पाकिस्तान ने ​श्रीलंकाई पोत से भेजी 100 किलो हेरोइन

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भारतीय तटरक्षक बल चालक दल के 6 श्रीलंकाई सदस्यों को हिरासत में लिया खेप को तमिलनाडु भेजकर आगे पश्चिमी देशों और ऑस्ट्रेलिया में भेजा जाना था



नई दिल्ली, 25 नवम्बर (हि.स.)। पाकिस्तान से श्रीलंकाई पोत के जरिए खाली ईंधन टैंक में छिपाकर भेजी गई 100 किलोग्राम हेरोइन भारतीय तटरक्षक बल ने जब्त की है। 17 नवम्बर को शुरू हुए नौ दिन के ऑपरेशन के दौरान भारतीय तटरक्षक बल ने थूथुकुडी के दक्षिण में यह बरामदगी करके चालक दल के 6 श्रीलंकाई सदस्यों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। इन लोगों ने बताया कि हेरोइन की इस खेप को कराची से एक पाकिस्तानी जहाज से ​​श्रीलंकाई पोत ‘शेनया डूवा’ पर स्थानांतरित किया गया था। इस खेप को तमिलनाडु भेजकर आगे पश्चिमी देशों और ऑस्ट्रेलिया में भेजा जाना था।
 
तटरक्षक अधिकारियों ने बताया कि हेरोइन के 99 पैकेट सिंथेटिक दवाओं के 20 छोटे बक्से में रखकर एक खाली ईंधन टैंक में छुपाए गए थे। पोत चालक दल के 6 श्रीलंकाई सदस्यों को हिरासत में लिया गया है, जिनके पास से 9 मिमी की 5 पिस्तौल और एक सेटेलाइट फोन सेट भी बरामद किया गया है। चालक दल के सदस्यों के अनुसार यह पोत श्रीलंका के पश्चिमी तट पर स्थित शहर नेगोंबो के निवासी अलेंसु कुट्टीज सिन्हा दीप्ति सानी फर्नांडो का है। हिरासत में लिये गए छह सदस्यों को थुटुकुडी के बंदरगाह पर ले जाया गया, जिसे पहले तूतीकोरिन के नाम से जाना जाता था, जहां अधिकारियों की मल्टी-एजेंसी टीम उनसे पूछताछ कर रही है।  
 
ऑपरेशन से जुड़े अधिकारियों में से एक ने कहा कि पाकिस्तान न केवल जिहाद, बल्कि ड्रग्स का भी निर्यात करता है, जिसका उपयोग आतंकवाद को फंड करने के लिए किया जाता है। अधिकारियों ने कहा कि पाकिस्तान कीमती अफगान हेरोइन की तस्करी के बहुराष्ट्रीय ऑपरेशन को अंजाम देता है। इसीलिए भारतीय तटरक्षक बल ने पाकिस्तान से मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए 17 नवम्बर से समुद्र में नौ दिन तक ऑपरेशन चलाया। इसी दौरान भारत को श्रीलंकाई तटरक्षक बल से श्रीलंका के पोत से हेरोइन की खेप आने का संदेश मिला था। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारी अब पाकिस्तान से ड्रग्स भेजने वाले स्रोत की पहचान करने और तमिलनाडु में इस खेप को हासिल करने वालों की पहचान करने का भी प्रयास करेंगे।
 
भारत का नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) कोलंबो और माले के साथ मिलकर काम करके मादक पदार्थों की तस्करी के बारे में एक-दूसरे से जानकारी साझा और प्राप्त कर रहा है। एनसीबी ने श्रीलंका और मालदीव को 2019-20 में अकेले 1,500 किलोग्राम हेरोइन की बड़ी बरामदगी करवाने में मदद की है। इधर, साथ ही एनसीबी मादक पदार्थों की अंतरराष्ट्रीय आपूर्ति श्रृंखलाओं को नष्ट करने के लिए काम कर रहा है लेकिन भारत की भौगोलिक स्थिति इसे एक कठिन काम बनाती है। भारत उत्तर-पश्चिमी सीमा पर गोल्डन क्रीसेंट और पूर्वोत्तर सीमा पर गोल्डन ट्राइएंगल के बीच सैंडविच है।
 

 


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