लंदन, 14 नवम्बर (हि.स.)। ब्रिटेन की लेबर पार्टी ने भारतीय मूल के कम उम्मीदवारों का चयन करने को लेकर खेद प्रकट किया है। यह जानकारी गुरुवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
रिपोर्ट के मुताबिक, लेबर फ्रेंडस ऑफ इंडिया ने पत्र लिखकर 39 सुरक्षित सीटों में सिर्फ एक भारतीय मूल के उम्मीदवार का चयन करने और 100 अन्य सीटों के लिए भारतीय मूल के उम्मीदवारों को अवसर नहीं मिलने पर असंतोष जाहिर किया है।
लेबर फ्रेंड्स ऑफ इंडिया ने कहा है कि लेबर पार्टी के भारतीय मूल के 5 सांसद हैं जो फिर से चुनाव लड़ रहे हैं। स्टॉकपोर्ट से लड़ने वाले नव मिश्रा के ही लेबर पार्टी की ओर से एकमात्र नया सांसद बनने की संभावना है। कीथ वाज की रिटायरमेंट के बाद साफ है कि भारतीय मूल के सांसदों में कोई भी वृद्धि नहीं होगी।
कीथ लीसेस्टर ईस्ट सीट से 32 साल तक सांसद रहे। इस क्षेत्र में भारतीय मूल के सबसे अधिक लोग रहते हैं।क्लॉडिया वेब को उनकी जगह उम्मीदवार बनाया गया है। इस निर्णय से बहुत से भारतीय लेबर पार्टी समर्थक नाराज हैं।
लेबर फ्रेंड्स ऑफ इंडिया ने लीसेस्टर के अलावा इलफोर्ड, वेस्ट ब्रोमविच और डर्बी जैसे क्षेत्रों की ओर ध्यान दिलाते हुए कहा है कि यहां भी भारतीय समुदाय की बहुलता है जहां से भारतीय मूल के किसी को भी प्रत्याशी नहीं बनाया गया है।
भारतीय समुदाय और लेबर पार्टी के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों का जिक्र करते हुए लेबर फ्रेंड्स ऑफ इंडि या ने पत्र में चेतावनी दी है कि पार्टी को और भी झटका लग सकता है।
लेबर फ्रेंड्स ऑफ इंडिया ने यह साफ किया है कि वह आगामी चुनाव में लेबर पार्टी का प्रचार करेंगे। संगठन ने यह भी कहा है कि भारतीयों का समर्थन प्राप्त करने के लिए लेबर पार्टी को सुनिश्चित करना होगा कि ऐसा कभी नहीं होगा।
दरअसल, भारतीय समुदाय और लेबर पार्टी के बीच संबंध 25 सितंबर के बाद से ठीक नहीं चल रहे, जब ब्राइटन में आयोजित सम्मेलन के दौरान पार्टी ने एक प्रस्ताव पारित किया था जिसमें पार्टी ने कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप और संयुक्त राष्ट्र की ओर जनमत संग्रह कराए जाने का समर्थन किया गया था।