पूर्णबंदी में बाजार आने को मजबूर दिहाड़ी मजदूर, गिराया कार्यमूल्य
लखनऊ, 09 मई(हि.स.)। लखनऊ में आज डालीगंज स्थित मजदूरों के बाजार में दिहाड़ी मजदूर खड़े मिले। उनके सामने रोजगार का संकट है और कम कार्य मूल्य पर भी मजदूरी करने को तैयार है।
वर्तमान स्थिति में मजदूर ज्यादा और उनसे सम्बंधित कार्य कम है। इसके कारण मजदूर हर कार्य को करने को तैयार है और इसके लिए छोटी दिहाड़ी अर्थात कम कार्यमूल्य लेने को मान रहे हैं। डालीगंज बाजार में शनिवार पहुंचे मजदूरों ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि पूर्णबंदी (लॉकडाउन) के दौरान उन्होंने कोई कार्य नहीं किया है और यहां वहां से प्राप्त राशन से घर परिवार चला है। अब राशन नहीं मिल रहा है।
मजदूर इकबाल, लल्ला और रामलखन ने अपनी परेशानी बताते हुए कहा कि वे सभी खदरा में रहते है। राशन मिल रहा है लेकिन जमापूंजी समाप्त हो गयी है। बच्चों के स्कूल खुल गए हैं। सिलेंडर लेना है। कमरे का भाड़ा देना है। इसी प्रकार और खर्चा है। अब मजदूरी ना करें तो क्या करें। मजदूरों ने अपनी तमाम समस्याओं को गिनाते हुए प्रदेश की योगी सरकार की तारीफ की।
उन्होंने कहा जिस तरह अपने भाई बन्धुओं को मुख्यमंत्री जी ने यूपी लाया है। इससे उन्हें लगता है, यह सरकार मजदूरों के बारे में सोचती है। कुछ कर रही है।