कोविड-19 :प्रधानमंत्री राहत कोष में एक दिन का वेतन देंगे आरएलडीए कर्मचारी
नई दिल्ली, 02 अप्रैल (हि.स.)। रेल भूमि विकास प्राधिकरण (आरएलडीए) के कर्मचारियों ने कोरोना महामारी (कोविड-19) से निपटने के लिए सरकार के प्रयासों को मजबूती देने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष में एक दिन का वेतन दान देने का फैसला किया है।
आरएलडीए के वाइस-चेयरमैन वेदप्रकाश डुडेजा ने गुरुवार को जारी विज्ञप्ति में कहा कि कोरोना महामारी के कारण देश विषम परिस्थितियों से गुजर रहा है। इस वैश्विक संकट से निपटने के लिए स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोगों के प्रयासों की हम सराहना करते हैं। एक जिम्मेदार संगठन के रूप में हम सरकार के साथ खड़े हैं। इस महामारी से लड़ने के लिए प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में किए जा प्रयासों को मजबूती देने के उद्देश्य से संगठन ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष में सभी कर्मचारियों के एक दिन का वेतन दान करने का निर्णय लिया है। हम डिजिटल तकनीक के व्यापक उपयोग द्वारा निर्बाध संचालन सुनिश्चित करने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की शुरुआत के बाद से ही आरएलडीए कोरोना महामारी से लड़ने के लिए सरकार द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन कर रहा है। आरएलडीए ने अपने सभी कर्मचारियों को घर पर रहने और वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सोशल डिस्टेन्सिंग बनाए रखने की सलाह दी है।
आरएलडीए रेल मंत्रालय के अधीन एक वैधानिक प्राधिकरण है। इसकी स्थापना रेल भूमि का वाणिज्यिक विकास करने के लिए रेल अधिनियम-1989 में संशोधन करके हुई थी। वर्तमान में रेलवे के पास देशभर में लगभग 43 हजार हेक्टेयर खाली भूमि है।