भागलपुर, 20 दिसम्बर (हि.स.)।बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को भागलपुर जिले के नवगछिया अनुमंडल अन्तर्गत बिहपुर अंचल के गुवारीडीह में जल संसाधान मंत्री विजय कुमार चौधरी के साथ पुरातात्विक महत्व के प्राचीन अवशेषों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को इन्हें सहेजने के निर्देश दिए और कहा कि इन पुरातात्विक महत्व के प्राचीन अवशेषों को अब पूरा बिहार देख पाएगा।
इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि करीब ढाई हजार वर्ष पूर्व के अवशेषों का अध्ययन कराया जाएगा। पुरातात्विक अवशेषों के संरक्षण के लिए कोसी की धारा मोड़ी जाएगी। इसके लिए विशेषज्ञों की टीम भेजी जाएगी। इस संबंध में इंजीनियरों को निर्देश दिया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र के बारे में मुझे जानकारी नहीं थी। बिहपुर विधायक ने कटाव में मिले अवशेषों की जानकारी दी। इसके बाद देखने की इच्छा हुई। उन्होंने कहा कि अध्ययन करने के बाद इन क्षेत्रों में जहां-जहां अवशेष मिलेंगे, उसके बाद कोसी की धारा को मुख्य धारा में जोड़ने का काम किया जाएगा। इसके बाद इस इलाके में कटाव की समस्या भी समाप्त हो जाएगी। कोसी नदी की धारा को डाइवर्ट किए जाने से यह पौराणिक स्थल सुरक्षित हो जाएगा। जब पूरे क्षेत्र का अध्ययन हो जाएगा तो जरूरत पड़ने पर आसपास की जमीन भी अधिगृहित की जाएगी। पूरे इलाके को विकसित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने अविनाश नाम के उस व्यक्ति को भी सामने लाया, जिसने इस बारे में लोगों को बताया।
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व 12 दिसम्बर को सीएम नीतीश बांका जिले के अमरपुर स्थित भदरिया में मिले बुद्धकालीन पुरातात्विक अवशेषों को देखने पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ने गुवारीडीह में भी इसका जिक्र किया। मुख्यमंत्री ने शाहकुंड में मिली मूर्ति का भी जिक्र किया और कहा कि वहां भी विशेषज्ञों की टीम भेजी गई है। मुख्यमंत्री करीब 12:45 बजे गुवारीडीह पहुंचे थे और 2:08 बजे पटना के लिए रवाना हो गए।