आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की राह पर केंद्र सरकार: अमित शाह

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राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के 29वें विशेष समग्र समूह परिसर का उद्घाटन किया



कोलकाता, 01 मार्च (हि.स.)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार सुबह कोलकाता के उपनगरीय  इलाके  राजारहाट में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के 29वें विशेष समग्र समूह परिसर का उद्घाटन किया। सुबह 11:45 बजे के करीब शाह ने इस परिसर का उद्घाटन किया। कार्यक्रम में एनएसजी के कई बड़े अधिकारी मौजूद थे।
इस दौरान गृह मंत्री  अमित शाह ने सम्बोधन में कहा कि  भारत सरकार आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति लेकर चल रही है और एनएसजी के जवानों ने इसे पूरा करने में सबसे बड़ी भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि समय के साथ तकनीक का विकास हो रहा है। अस्त्र-शस्त्र भी बढ़ रहे हैं लेकिन एनएसजी जवानों का जो जज्बा है उसका कोई विकल्प नहीं है।
शाह ने कहा कि पांच साल के अन्दर एनएसजी ने भारत सरकार से जो अपेक्षाएं रखी हैं, वो सारी की सारी अपेक्षाओं की पूर्ती प्रधानमंत्री  मोदी जी के नेतृत्व में भारत सरकार सुनिश्चित रूप से करेगी। आज मेरे लिए बहुत गौरव और हर्ष का विषय है कि एनएसजी के लिए जिस प्रकार की सुविधा उनको निश्चित होकर काम करने के लिए चाहिए, उस सुविधा की पूर्ती में आज एक कदम आगे बढ़ रहे हैं। एक साथ ढेर सारी लगभग 245 करोड़ रुपये की अलग-अलग योजनाओं का लोकार्पण और भूमिपूजन हुआ है।
अमित शाह ने कहा कि एनएसजी ने अपनी स्थापना से आज तक अपने जवानों के सर्वोच्च बलिदान से न केवल सरकार बल्कि देश और दुनिया में और विशेषकर भारतीय जनता में  भरोसा पैदा  करने में  सफलता प्राप्त की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में मजबूती से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि एनएसजी दुनिया के किसी भी आतंक रोधी बल की तुलना में ज्यादा सक्षम है। गृह मंत्री ने कहा कि समय के साथ आतंकवादियों ने अपनी रणनीति बदली है। नरेंद्र मोदी की सरकार देश की सुरक्षा के लिए लगातार पुख्ता व्यवस्थाएं करती रही है। इसी सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक किया। पहले दुश्मन देश में घुसकर हमला करने के लिए अमेरिका और इजरायल का नाम लिया जाता था। आज भारत ऐसा करने वाला तीसरा देश बनकर उभरा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार भारत को पूरी दुनिया में सबसे आगे रखना चाहती है। मोदी सरकार के पास जवानों के परिवारों की सुरक्षा पहली प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा कि भारत पूरी दुनिया में शांति चाहता है। हमारे देश के 10000 सालों के इतिहास में भारत ने कभी भी किसी पर हमला नहीं किया। लेकिन हम किसी को हमारी शांति में खलल डालने नहीं देंगे। जो लोग भी हमारे जवानों की जान लेंगे उन्हें उसका मोल चुकाना होगा। अमित शाह ने कहा कि  मोदी सरकार के सत्तासीन होने के बाद  विदेश और रक्षा मंत्रालय के बीच  तालमेल बेहतर हुआ  है। जो लोग देश को बांटना चाहते हैं और हमारी शांति को खत्म करना चाहते हैं, वे हमारे देश के एनएसजी जवानों से डरें। अगर वह फिर भी हमारे देश में घुसते हैं तो यह एनएसजी की जिम्मेवारी है कि उन से लड़ेंगे और उन्हें खत्म कर देंगे। 26 /11 के मुंबई हमले को याद करते हुए अमित शाह ने कहा कि मुंबई हमले के बाद देशभर में एनएसजी के नेटवर्क को बढ़ाने का निर्णय लिया गया था। आज पूरे देश में इसका नेटवर्क फैल चुका है। राजारहाट के एनएसजी परिसर उद्घाटन के बाद समन्वय को और अधिक मजबूती मिलेगी। एनएसजी के जवानों में जोश भरते हुए अमित शाह ने कहा कि सरकार आपको रहने के लिए अच्छा आवास दे सकती है। आपके परिवार जनों का सुरक्षा और अन्य जरूरतें पूरी कर सकती है। हम आपको अत्याधुनिक हथियार और तकनीक दे सकते हैं। लेकिन लड़ाइयां हमेशा ही बहादुरी और जंग से जीती जाती है। हथियार तो केवल सहायक होते हैं और यही जज्बा हमारे एनएसजी के जवानों में है।

 


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