केरल विमान दुर्घटना की जांच में सहयोग करेगा अमेरिका

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जांच में एएआईबी की सहायता करेगी अमेरिकी एजेंसी ​एनटीएसबी 



नई दिल्ली, 20 अगस्त (हि.स.)​​। ​​केरल के कोझीकोड स्थित करीपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 7 अगस्त को दुर्घटनाग्रस्त हुए ​एयर इंडिया​ एक्सप्रेस ​मामले की जांच में अब अमेरिका भी सहयोग करेगा​ अभी तक इस दुर्घटना की जांच एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (एएआईबी)​ कर रहा था लेकिन अब ​​अमेरिकी परिवहन सुरक्षा निकाय ​नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड ​(​​​एनटीएसबी​)​ ने ​जांच में ​सहायता के लिए अपने मान्यताप्राप्त प्रतिनिधि और तकनीकी सलाहकार​ ​नियुक्त किए हैं​ 
 
एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो ​(एएआईबी​​) ​ने गुरुवार को कहा कि दुर्घटना की जांच कर रही उसकी टीम​ अमेरिका के राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड के ​साथ समन्वय कर ​रही है। केरल के कोझीकोड स्थित करीपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हुई दुर्घटना में दोनों पायलट समेत 18 ​यात्रियों की मौत हुई थी। एयर इंडिया एक्सप्रेस​ का विमान लैंडिंग करते समय दो टुकड़ों में बंटकर 35 फीट नीचे खाई में गिर​ गया था​ ​दिल्ली-मुंबई से भेजी गईं एयर इंडिया और एएआई की राहत टीमें ​दूसरे दिन केरल पहुंच गईं ​और राहत कार्य पूरा किया गया। ​​​​एएआईबी, डीजीसीए और फ्लाइट सेफ्टी डिपार्टमेंट की टीम ने ​भी दूसरे दिन से ही घटना की जांच शुरू कर दी​ थी​।​​ इस दुर्घटना में 127 ​यात्री घायल भी हुए थे जिन्हें अस्पतालों में इलाज के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। ​
 
​चूंकि दुर्घटनाग्रस्त हुआ एयर इंडिया​ एक्सप्रेस ​का विमान अमेरिकी कंपनी का था, इसलिए ​जांच शुरू होने पर दुर्घटनाओं के नियमों के अनुसार एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो ने दुर्घटना के बारे में अमेरिकी परिवहन सुरक्षा निकाय ​नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड ​(​​​एनटीएसबी​)​ को सूचना दी। इसलिए एनटीएसबी ने आईसीएओ एनेक्स 13 प्रोटोकॉल के अनुसार जांच में सहायता के लिए अपने प्रतिनिधि और तकनीकी सलाहकार नियुक्त किए हैं। आईसीएओ अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन है। एएआईबी ने एक बयान में कहा है कि जांच दल एनटीएसबी​ के मान्यताप्राप्त प्रतिनिधि और तकनीकी सलाहकारों के साथ समन्वय कर रहा है।
 
एयर इंडिया के पायलटों के निकाय आईपीजी ने उम्मीद जताई कि जांच में एनटीएसबी के शामिल होने से जांच में सहयोग मिलेगा। भारतीय पायलट गिल्ड (आईपीजी) ने एक ट्वीट में कहा, “यूएस नेशनल सेफ्टी ट्रांसपोर्टेशन बोर्ड भी जांच में शामिल हो गया है।
 

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