तिरुवनंतपुरम/नई दिल्ली, 24 मार्च (हि.स.)। पूर्व रक्षा मंत्री और कांग्रेस नेता एके एंटनी ने केरल की लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) सरकार को भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और सबरीमाला मंदिर के रिवाजों को तोड़ने का दोषी ठहराया है। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को सत्ता में बने रहने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए, यह केरल के लिए खतरा होगा।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता एके एंटनी ने बुधवार को तिरुवनंतपुरम में एक कार्यक्रम में कहा कि पिछले पांच सालों में राज्य की जनता ने एलडीएफ सरकार के अहंकार, भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद (नेपोटिज्म) को देखा है। ऐसे में जनता को ये सोचना होगा कि क्या आगे भी वे ऐसी ही सरकार चाहते हैं, क्योंकि ऐसा होना केरल के लिए खतरनाक होगा।
एंटनी ने कहा कि केरल की जनता को यह सच समझना होगा कि जिस राज्य के मुख्यमंत्री कार्यालय, उनके प्रधान सचिव और प्रधान सचिव द्वारा प्रमोटेड महिला तस्करी के मामलों में में शामिल हो, उस मुख्यमंत्री को फिर से चुनने का क्या मतलब है? उन्होंने गोल्ड स्कैम को लेकर भी पी. विजयन सरकार को कटघरे में खड़ा किया।
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, ‘सबरीमाला विवाद में केरल के सीएम ने अब अपना रुख बदल लिया है। हमने सबरीमाला मंदिर में विश्वास और श्रद्धा रखने वालों के साथ एक सर्वदलीय बैठक का अनुरोध किया था लेकिन पी. विजयन ने कहा कि महिला कार्यकर्ताओं को सबरीमाला में प्रवेश करना चाहिए। इसके बाद मंदिर के रिवाजों को तोड़ते हुए मुख्यमंत्री ने पुलिस एस्कॉर्ट में महिला कार्यकर्ताओं को सान्निदानम ले जाने की कोशिश की। केरलवासी इसे न तो भूलेंगे और न ही उसे क्षमा करेंगे।’ उन्होंने कहा कि पिनाराई विजयन को केरल के मतदाताओं से इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा।
राज्य में लगातार बढ़ रही बेरोजगारी के मुद्दे पर भी एके एंटनी ने विजयन सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि भारत के अन्य राज्यों की तुलना में केरल में शिक्षित युवाओं में बेरोजगारी दर सबसे अधिक है। उन्होंने कहा, ‘पिछले पांच वर्षों में वाम सरकार ने बैक डोर से कई नियुक्तियां कीं। पीएससी के माध्यम से भर्ती करने की बजाय पार्टी समर्थकों की भर्ती के लिए पीएससी को पार्टी आयोग बनाया गया।’