गायिका कनिका कपूर के प्लाज्मा से अब दूसरे संक्रमित होंगे कोरोना मुक्त
लखनऊ, 27 अप्रैल (हि.स.)। बॉलीवुड गायिका कनिका कपूर अब कोरोना से मुक्त होने के बाद दूसरे संक्रमितों के लिए प्लाजा देंगी। उनकी पेशकश पर सोमवार को केजीएमयू की टीम उनके घर पहुंची और ब्लड सैम्पल लिया।
कनिका कपूर को कोरोना से संक्रमित होने के बाद छठी रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद छह अप्रैल को एसजीपीजीआई से छुट्टी मिली थी। इसके बाद से वह यहां अपने परिवार के साथ वक्त गुजार रही हैं। उनके खिलाफ सरोजनी नगर थाने में दूसरों की जान खतरे में डालने सहित आईपीसी की धारा 188,269 और 270 के तहत एफआईआर दर्ज है। कनिका पर आरोप है कि उन्होंने लंदन से आने के बाद खुद को क्वारंटाइन नहीं किया और मुंबई से लेकर लखनऊ और फिर कानपुर में पार्टी करती रहीं। कोरोना संक्रमित होने से उनके साथ ही अन्य लोगों की भी जांच का खतरा उत्पन्न हो गया। हालांकि कनिका के साथ पार्टी में शामिल होने वाले कई लोगों ने खुद को क्वारंटाइन कर लिया था। कनिका के होम क्वारंटाइन की अवधि पूरी होने के बाद पुलिस ने अब उनसे 30 अप्रैल को बयान देने के लिए नोटिस दिया है।
प्लाज्मा डोनेशन के लिए टीम पहुंची घर
इसके साथ ही कनिका ने कोरोना से पूरी तरह ठीक होने के बाद प्लाज्मा देने की पेशकश की है। इसके बाद सोमवार को केजीएमयू की टीम कनिका के घर पहुंची। केजीएमयू के ट्रांसफ्यूजन डिपार्टमेंट की टीम ने इस दौरान कनिका कपूर से प्लाज्मा डोनेशन के लिए ब्लड ले लिया है। उनकी ब्लड टेस्ट की रिपोर्ट के आधार पर कनिका कपूर का प्लाज्मा लिया जाएगा। दरअसल कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए लोगों के रक्त में एंटीबॉडीज आ जाती हैं। चिकित्सक ऐसे लोगों के रक्त से प्लाज्मा निकालकर गम्भीर संक्रमित मरीजों का इलाज कर रहे हैं, जिसके बेहतर नतीजे सामने आये हैं।
इंस्टाग्राम पर कनिका ने दी सफाई
इससे पहले कनिका कपूर ने अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद इंस्टाग्राम पर परिवार की तस्वीर डालकर रविवार को अपना पक्ष रखा। उन्होंने लिखा, मुझे पता है कि बाहर मेरे बारे में काफी बयान और कहानियां चल रही हैं। मेरे चुप रहने की वजह से इनको और भी बढ़ावा मिला। अब तक मैं शांत थी। इसलिए नहीं कि मैं गलत थी। वास्तव में मुझे अच्छी तरह से पता है कि काफी गलतफहमी थी और मेरे बारे में गलत सूचनाओं का आदान-प्रदान भी हुआ।
परिवार, मित्रों का जताया आभार
मैंने सच को सामने आने का समय दिया तथा लोगों को अपने आप वास्तविकता जानने का मौका दिया। मैं अपने परिवार, मित्र और सपोर्टर को धन्यवाद देना चाहती हूं, जिन्होंने मुझे पूरी तरह से बात करने के लिए तैयार होने तक का मौका दिया। मैं उम्मीद और प्रार्थना करती हूं कि सभी लोग मौजूदा समय को देखते हुए सुरक्षित और सावधान होंगे।
सम्पर्क में आया कोई भी नहीं मिला संक्रमित
उन्होंने कहा कि मैं कुछ तथ्य सामने लाना चाहती हूं। वर्तमान में मैं लखनऊ में अपने माता-पिता के साथ घर पर रहकर कुछ अच्छा समय बिता रही हूं। यूके, मुंबई और लखनऊ में जो-जो मेरे सम्पर्क में आया था, उनमें से किसी में भी संक्रमण के कोई लक्षण नहीं मिले, जांच में भी वे निगेटिव पाए गए।
अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हुई स्क्रीनिंग
कनिका ने कहा कि मैं यूके से मुंबई 10 मार्च को आई थी। अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मेरी स्क्रीनिंग भी हुई थी। उस समय तक इस मामले पर कोई एडवाइजरी जारी नहीं हुई थी। एडवाइजरी 18 मार्च को जारी हुई थी। इसलिए मुझे क्वारंटाइन में जाने की कोई जरूरत नहीं थी। मुझमें बीमारी का कोई लक्षण भी नहीं था, इसलिए भी मैंने खुद को क्वारंटाइन नहीं किया। 11 मार्च को मैं अपने घर लखनऊ आई। घरेलू फ्लाइट में स्क्रीनिंग की कोई व्यवस्था नहीं थी। 14 और 15 मार्च को मैं दोस्तों और रिश्तेदारों की पार्टी और डिनर में शामिल हुई। इस दौरान मैंने खुद कोई पार्टी नहीं दी और मैं पूरी तरह से सामान्य थी।
19 मार्च को टेस्ट हुआ, 20 को हुई पुष्टि
17 और 18 मार्च को मुझे कोरोना के लक्षण महसूस हुए। 19 मार्च को मेरा टेस्ट हुआ और 20 को रिपोर्ट में मुझे पॉजिटिव बताया गया। इसके बाद मैं अस्पताल गई तथा तीन निगेटिव रिपोर्ट के बाद वहां से मुझे छुट्टी दी गई। तबसे मैं 21 दिन के क्वारंटाइन के लिए घर पर ही हूं।
उन्होंने कहा कि मैं विशेष रूप से डॉक्टर और नर्स को धन्यवाद देना चाहती हूं, जिन्होंने उस कड़े समय में मेरा ध्यान रखा। मुझे उम्मीद है कि इस मामले में सभी ईमानदारी और संवेदनशीलता बरतेंगे। किसी व्यक्ति पर नकारात्मकता डालने से वास्तविकता नहीं बदलती है।