लखनऊ, 07 जनवरी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश सरकार ने 23 से 25 फरवरी तक कबीर संत समागम के आयोजन की योजना बनाई है। इस तीन दिवसीय कार्यक्रम के दौरान काशी से मगहर तक करीब 200 किलोमीटर तक की निर्गुण यात्रा निकाली जाएगी।
प्रदेश के संस्कृति, पर्यटन, धर्मार्थ कार्य एवं प्रोटोकॉल मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी ने कबीर संत समागम के आयोजन को लेकर चल रही तैयारियों की गुरुवार को समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने आयोजन के विस्तृत कार्ययोजना पर चर्चा की।
बैठक में प्रमुख सचिव, संस्कृति एवं पर्यटन मुकेश कुमार मेश्राम द्वारा मंत्री को अवगत कराया गया कि आयोजन के पहले दिन 23 फरवरी को लहरतारा वाराणसी से निर्गुण यात्रा प्रारम्भ होकर 200 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए 24 फरवरी को संतकबीरनगर जिले में मगहर पहुंचेगी। उन्होंने बताया कि यात्रा के साथ-साथ चलने वाले कबीर पंथी, रविदास पंथी और गोरख पंथी संतों के गायन के साथ स्थानीय कलाकारों को भी मंच प्रदान किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि तीन दिन के आयोजन में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम सम्पन्न होंगे। इस दौरान वाराणसी के लहरतारा और संतकबीरनगर के मगहर में हथकरघा की प्रदर्शनी, प्रशिक्षण एवं बिक्री के विशेष आयोजन भी किये जायेंगे। निर्गुण संतों के जीवन, उनके संघर्षां एवं वाणी पर आधारित प्रदर्शनी का आयोजन दोनों स्थलों पर किया जायेगा। गोरखपुर विश्वविद्यालय के सहयोग से बुद्ध, गोरख, रविदास, कबीर एवं नानक जी की वाणी की प्रासंगिकता पर आधारित सेमीनार एवं वेबिनार भी आयोजित किये जायेंगे।