पाकिस्तान समर्थित नारे लगाने वाली छात्रा को भेजा जेल
बेंगलुरु, 21 फरवरी (हि.स.)। नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ रैली के दौरान गुरुवार की शाम ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ नारे लगाने वाली छात्रा को देशद्रोह के आरोप में जेल भेज दिया गया। आरोपित छात्रा को शुक्रवार को स्थानीय कोर्ट में पेश किया गया, जहा से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। गुरुवार देर रात कुछ लोगों ने आरोपित छात्रा के घर पर तोड़फोड़ भी की है। इस बीच मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने देश विरोधी नारे लगाने वाली छात्रा को जमानत न मिलने की बात कही है। अब सोमवार को उसकी जमानत याचिका पर सुनवाई होगी।
पुलिस के अनुसार चिक्कमगलुरु जिले के कोप्पा निवासी 19 वर्षीय छात्रा कार्यकर्ता अमूल्या लियोना ने गुरुवार को फ्रीडम पार्क में आयोजित रैली के दौरान पाकिस्तान जिन्दाबाद के नारे लगाये थे। पुलिस ने अमूल्या के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया है। शुक्रवार को उसे बेंगलुरु की कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी बी रमेश के अनुसार अमूल्या के खिलाफ देशद्रोह और अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दायर किया है। उसको कोर्ट में पेश किया गया लेकिन कोर्ट ने उसको जमानत देने से इनकार करते हुये से उसे जेल भेज दिया। इस बीच छात्रा के पिता ने भी बेटी की हरकत पर नाराजगी व्यक्त करते हुये कहा कि वह उसे बचाने का प्रयास नहीं करेंगे। उन्होंने अपने घर पर लोगों के तोड़फोड़ करने की शिकायत पुलिस को दर्ज करायी है। इसी बीच राज्य के मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने कहा कि समाज में शांति और सौहार्द के माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। जांच ऐसे लोगों की भी होनी चाहिए, जो इनको प्रोत्साहित करते हैं। यदि अमूल्या का नक्सलियों से है, सजा तो होनी ही चाहिए। उन्होंने कहा कि देश विरोधी काम करने वालों को जमानत नहीं मिलनी चाहिये। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मंच से ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ का नारा लगाने की भी निंदा की थी। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग पागल हैं, इनको देश से कोई मोहब्बत नहीं है।
उल्लेखनीय है कि सीएए और एनआरसी)के खिलाफ विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं। ऐसे ही प्रदर्शन के दौरान अमूल्या ने फ्रीडम पार्क में आयोजित कार्यक्रम में अपनी बात रखने के दौरान पाकिस्तान जिन्दाबाद के नारे लगाये थे। जयनगर के एक प्रमुख कॉलेज में सोफोमैटिक छात्रा अमूल्या ने पहली बार दिसम्बर 2019 में सीएए विरोधी कार्यक्रम में भाग लेकर लोगों का ध्यान आकर्षित किया था।