खाली स्टेडियम में खेलने पर प्रशंसकों की जरूरत समझ आएगी: आर्चर

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लंदन, 13 मई (हि.स.)। इंग्लैंड को विश्व कप फाइनल के सुपर ओवर में जीत दिलाने वाले तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के बीच खिलाड़ियों को खाली मैदान में खेलने की आदत तो पड़ जाएगी, लेकिन समय के साथ यह समझ आ जाएगा कि प्रशंसक खेल के लिए कितने महत्वपूर्ण है।
इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड को कोरोना वायरस महामारी के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि उन्हें जुलाई में वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की मेजबानी करनी है और संभवत यह सीरीज खाली स्टेडियम में आयोजित होगी।
आर्चर ने अपने मेल कॉलम में लिखा, ‘समर्थकों के बिना खेलना कठिन होगा, लेकिन मैं समझता हूं कि चीजों को शुरू करने के लिए यह जरूरी है। क्योंकि हम स्टेडियम में आए हर एक प्रशंसक का परीक्षण नहीं कर पाएंगे।’
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह उन चीजों में से एक होगा जिन्हें आप महसूस नहीं करते हैं और उनके जाने के बाद आपको उनकी आवश्यकता का पता चलता है। उन्हें दूर करो, और हमें एहसास होगा कि समर्थक हमारे लिए कितने जरूरी हैं।’
आर्चर ने आगे लिखा कि अगर आपको बंद दरवाजों के पीछे खेलना है तो इसका सबसे अच्छा समाधान यह है कि जब कोई गेंद चार पर जाए या एक विकेट गिरे तो टीम तालियां बजा सकती है।
चीन के वुहान शहर से शुरू हुए कोरोना वायरस के चलते इंग्लैंड में दो लाख 26 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं, वहीं करीब 32,600 लोगों ने इस महामारी के चलते अपनी जान गवाई है। दुनिया में भी कोरोना वायरस का कहर थम नहीं रहा है और इससे पीड़ित लोगों की संख्या बढ़कर 42 लाख से ज्यादा हो चुकी है और दी लाख 92 हजार से ज्यादा लोग इसके चलते मौत के शिकार बने हैं।

 


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