जोई बिडेन की जीत में प्रवासी भारतीयों ने दिए एकमुश्त वोट
लॉस एंजेल्स, 04 मार्च (हि.स.)। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की तैयारियों में आज डेमोक्रेटिक पार्टी की अधिकृत उम्मीदवारी के लिए ‘सुपर ट्यूज डे’ चुनाव में मध्य मार्गी पूर्व उप राष्ट्रपति जोई बिडेन को 14 राज्यों में से शुरुआत के आठ राज्यों में जबरदस्त सफलता हाथ लगी। जोई बिडेन ने आशा के अनुरूप देश के अश्वेत, लेटिनो और एशियाई बहुल दक्षिणी राज्यों- वर्जीनिया, नार्थ कैरोलाइना, अल्बामा, टेनेसी, ओकलहामा और अराकांस में तो जीत दर्ज की ही, एलिजाबेथ वारेन के गृह राज्य मैसाचुटेस तथा मिनिसोटा में भी जीत के झंडे गाड़ दिए।
बर्नी कैलिफोर्निया जीते:
इसके विपरीत समाजवादी बर्नी सैंडर्स अपने छोटे से गृह राज्य वरमोंट में विजयी रहे। साथ ही उन्होंने कैलिफ़ोर्निया के साथ-साथ उससे सटे ‘उटा’ और ‘कोलोराडो’ में भी जीत दर्ज कर उम्मीदवारी की आस जीवित रखी है। कैलिफ़ोर्निया की तरह टेक्सास में भी बर्नी सैंडर्स और जोई बिडेन के बीच कड़ा मुक़ाबला हुआ, लेकिन जीत बिडेन की हुई। कैलिफ़ोर्निया और टेक्सास में किसे कितने प्रतिनिधि मत मिले, इसका देर रात तक फ़ैसला नहीं हो सका है।
बर्नी सैंडर्स को कैलिफ़ोर्निया में लेटिनो और युवाओं ने खुलकर समर्थन किया, जबकि टेक्सास में इन्हीं लेटिनों ने बर्नी को नकार दिया। कैलिफ़ोर्निया में अधिकतम 416 प्रतिनिधि मत हैं। इस बार मतदाताओं ने पैसे के बल पर चुनाव जीतने की कामना रखने वाले न्यूयॉर्क के पूर्व मेयर और 56 अरब डालर के धन कुबेर ब्लूमबर्ग को भी नकार दिया।
ब्लूमबर्ग ने प्रारंभिक चार राजों में डिबेट और प्राइमरी चुनाव लड़ने की बजाए इस बार सुपर ट्यूज डे के लिए विज्ञापनों पर बेतहाशा ख़र्च किया और न्यूनतम प्रतिनिधि वाले हिस्से पर जीत हासिल कर तीसरे स्थान पर चल रहे हैं। समाजवाद की राह पर चल रही एलिज़ाबेथ वारेन को अपने मैसाचुटेस राज्य में तो झटका लगा ही है, वह अन्य कई राज्यों में भी तीसरे स्थान पर सिमटती नज़र आ रही हैं।
उल्लेखनीय है कि प्रारंभिक चरण के चार राज्यों- आयोवा, न्यू हैंप्शायर, नवेडा और साउथ कैलिफ़ोर्निया में कुल 155 जन-प्रतिनिधि मतों में से बर्नी न्यू हैंप्शायर और नवेडा प्राइमरी जीतकर बढ़त लेने में कामयाब हुए थे। लेकिन साउथ कैरोलाइना में अश्वेत मतों से जोई बिडेन को मिली जीत और समाजवादी बर्नी सैंडर्स को परास्त करने में जुटी सभी डेमोक्रेटिक ताकतें सुपर ट्यूज डे मुक़ाबले से एक दिन पहले एक हो गईं। सोमवार की रात डलस में राष्ट्रपति दौड़ में शामिल दो डेमोक्रेट उम्मीदवारों आयोवा प्राइमरी में विजेता पेटे बूटिगेग और मिनिसोटा से सिनेटर एमी क्लोबूचर और टेक्सास के वरिष्ठ नेताओं ने पूर्व उप राष्ट्रपति जोई बिडेन का समर्थन घोषित कर मुक़ाबले में जान डाल दी। इन राज्यों में जोई बिडेन को मूलत: प्रवासी भारतीय समुदाय का एक पक्षीय समर्थन मिला है तो अश्वेत और लेटिनो मतों के साथ- साथ श्वेत बुज़ुर्गों ने खुलकर साथ दिया है।
बर्नी सैंडर्स को निशुल्क शिक्षा और हेल्थ सेवाएं लेने वाले कालेज छात्रों का खुलकर समर्थन मिला। बर्नी के ख़िलाफ़ वे सब भारतीय लामबंद हो गए थे, जो उनके दिल्ली हिंसा में दिए गए वक्तव्य से नाराज़ थे। बर्नी ने कहा था कि दिल्ली हिंसा में एक वर्ग विशेष को टार्गेट किया गया था।
इन 14 राज्यों में सुपर ट्यूज डे में 1357 प्रतिनिधि दांव पर हैं, जिनमें सर्वाधिक जनप्रतिनिधि मत 416 कैलिफ़ोर्निया में हैं। कैलिफ़ोर्निया में सान फ़्रांसिस्को और लॉस एंजेल्स में प्रवासी भारतीयों में आईटी और ‘आपी’ मेडिकल संगठन से जुड़े चिकित्सकों ने एकतरफ़ा जोई बिडेन को मत दिए। डेमोक्रेटिक उम्मीदवार का निर्णय अगली जुलाई में विसकोनसिन में आयोजित डेमोक्रेटिक सम्मेलन में होगा। सुपर ट्यूज़डे में फ़ैसला नहीं होता है तो अगले चरण में मई और जून में प्लेजड मतों के लिए शेष राज्यों में मतदान कराया जाएगा। सम्मेलन में अधिकृत उम्मीदवारी की पर्ची उसे ही मिलेगी, जो मौजूदा जन प्रतिनिधियों में आधे से अधिक अर्थात 1990 प्रतिनिधि मत बटोर पाने में सफल होगा।