कोटा, 18 जून (हि.स.)। जवाहर नवोदय विद्यालय,सीतपुरा, बूंदी से रेजोनेंस-दक्षणा के ‘सुपर-100 बैच’ से 84 विद्यार्थी जेईई-एडवांस्ड,2019 में क्वालिफाई हुये हैं। देश में किसी एक ही संस्थान या स्कूल से सर्वाधिक 84 प्रतिशत विद्यार्थियों का चयन राष्ट्रीय कीर्तिमान है। इस बैच की 13 में से 12 गर्ल्स का भी चयन हुआ है। खास बात यह है कि सभी विद्यार्थियों को 12वीं बोर्ड की स्कूल शिक्षा, छात्रावास एवं कोचिंग पूरी तरह नि:शुल्क उपलब्ध कराई गई। जेएनवी स्कूल के प्राचार्य कृष्णाराव ने इस अतुलनीय सफलता पर विद्यार्थियों को बधाई दी। दक्षणा फाउंडेशन द्वारा जवाहर नवोदय स्कूल के देश में चार जेएनवी स्कूलों में चयनित गरीब विद्यार्थियों को जेईई-मेन तथा जेईई-एडवांस्ड की दो वर्ष तक नि:शुल्क कोचिंग दी जाती है। इस वर्ष जेएनवी सीतापुरा से सर्वाधिक 84 विद्यार्थी शीर्ष रैंक से सफलता प्राप्त कर अव्वल रहे। जेएवी कोट्यम से 97 में से 64 (66%), जेएनवी, लखनऊ से 80 में से 50 (62%) तथा जेएनवी, पुणे में रिपीटर्स बैच के 180 में से 124 (68 %) विद्यार्थी जेईई-एडवांस्ड में चयनित हुये हैं। जबकि, पटना के सुपर-30 बैच से इस वर्ष 30 में से 18 विद्यार्थी (60 प्रतिशत) ही क्वालिफाई हुये हैं।
रेजोनेंस के प्रबंध निदेशक आर.के.वर्मा ने बताया कि सीएसआर के तहत संस्थान के चार अनुभवी शिक्षकों द्वारा जेएनवी, सीतापुरा में रेजोनेंस-दक्षणा के ‘सुपर-100 बैच के विद्यार्थियों को प्रतिवर्ष निःशुल्क क्लासरूम कोचिंग दी जा रही है। ऑल इंडिया मेरिट के टॉप-100 के ईडब्ल्यूएस वर्ग के 4, एसटी वर्ग के 3 तथा एससी वर्ग के 2 विद्यार्थी चयनित हुये हैं। दिव्यांग छात्र सचिन त्यागी को सामान्य वर्ग में रैंक-2 मिली है, जबकि दिव्यांग शमीम बक्स ने ओबीसी वर्ग में रैंक-21 प्राप्त की है। जेएनवी सीतापुरा स्कूल से देश में सर्वाधिक 84 विद्यार्थियों का आईआईटी में चयन राज्य के लिये गर्व का विषय है।
362 ग्रामीण विद्यार्थी आईआईटी पहुंचे :
अकादमिक कॉर्डिनेटर आर.के.सिन्हा ने बताया कि 2009 से रेजोनेंस के चार अनुभवी फैकल्टी द्वारा नवोदय स्कूल, सीतापुरा में गत 10 वर्षों से निःशुल्क क्लासरूम कोचिंग दी जा रही है, जिससे अब तक 362 विद्यार्थियों को आईआईटी व एनआईटी में दाखिला मिला है। इनमें से अधिकांश विद्यार्थी निर्धन व ग्रामीण क्षेत्रों से हैं। जेईई-एडवांस्ड में ‘सुपर-100 स्कॉलर’ बैच के अभय मिश्रा एआईआर-387 तथा ईडब्ल्यूएस केटेगरी में रैंक-22 पर, विनय कुमार एआईआर- 394 तथा ईडब्ल्यूएस-23 पर तथा श्रेयांस काशुदान रैंक-800 व ईडब्ल्यूएस रैंक-42 पर सफल रहे। अभय व विनय को केमिस्ट्री में 100 अंक मिले हैं।
13 में से 12 बेटियां आईआईटी में :
रेजोनेंस-दक्षणा सुपर-100 बैच में शामिल 13 छात्राओं मंे से 12 (92 प्रतिशत) जेईई-एडवांस्ड में चयनित होकर आईआईटी में प्रवेश पक्का कर लिया। केरल के कासरगोड से जेएनवी, बूंदी में पढ़ रही निवेदिता एन. को 12वीं बोर्ड में 95 प्रतिशत अंक मिले। जेईई-एडवांस्ड में रैंक-4808 मिली है। उसने बताया कि स्कूल में घर जैसा वातावरण मिला। रोज सुबह योग-प्राणायाम के बाद बास्केटबाल व बैडमिंटन खेलते थे। वह आईआईटी, बॉम्बे से सिविल में बीटेक करना चाहती है। महाराष्ट्र से 5, कर्नाटक, तेलंगाना व उडीसा से 2-2 तथा केरल व छत्तीसगढ़ से एक-एक छात्रा का चयन हुआ है। वे अलग-अलग राज्यों से यहां आकर पढाई में एक-दूसरे की मदद करते थे।
गांव सेे पहला छात्र आईआईटी में :
अभय मिश्रा, रैंक-387
मध्यप्रदेश के सीधी जिलें में छोटे से गांव खांडवर में किसान दिनकर प्रसाद 1 एकड़ भूमि में खेती करते हैं। उनका बेटा अभय नवोदय स्कूल में सुपर-100 बैच में चयनित होकर 2 वर्ष जेएनवी, सीतापुरा में रहा। उसने सर्वाधिक 94.5 प्रतिशत अंकों से 12वी बोर्ड परीक्षा पास की। जेईई-मेन में रैंक-893 मिली। इस वर्ष केवीपीवाय में भी चयनित हुआ। जेईई-एडवांस्ड में 372 में से 236 अंकों से रैंक-387 तथा ईडब्ल्यूएस वर्ग में रैंक-22 मिली है। गांव से पहला छात्र आईआईटी, मुंबई से कम्प्यूटर साइंस ब्रांच में बीटेक करेगा। अभय ने कहा कि रेजोनेंस के शिक्षकों की गाइडेंस व निरंतर टेस्ट देने से आत्मविश्वास बहुत बढ़ा।