नई दिल्ली, 17 दिसम्बर (हि.स.)। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) प्रशासन ने कुलपति एम. जगदीश कुमार का घेराव कर उनकी कार के शीशे तोड़ने और कर्मचारियों से हाथापाई के मामले में दो पीएचडी शोधार्थियों को अकादमिक गतिविधियों से निलंबित कर दिया है।
रजिस्ट्रार द्वारा हस्ताक्षरित नोटिस में कहा गया है कि दोनों छात्रों के खिलाफ उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। दोनों छात्र अकादमिक रूप से निलंबित कर दिए गए हैं। उनके कमरे बंद रहेंगे और जेएनयू कैंपस में प्रवेश पर भी रोक लगा दी गई है। यही नहीं, उन्हें अवैध रूप से संरक्षण देने वालों के खिलाफ भी प्रशासनिक कार्रवाई होगी।
प्रशासन ने दो छात्रों पर प्रशासनिक कर्मचारियों के साथ हाथापाई करने, कुलपति को घेरने और उनकी कार के आगे और पीछे के शीशे को तोड़ने का आरोप लगाया है। जेएनयू के पीएचडी शोधार्थी शशि त्रिपाठी और गौतम शर्मा पर प्रशासनिक भवन में प्रवेश करने और कुलपति कार्यालय में तोड़फोड़ करने का भी आरोप लगाया गया है।
शशि त्रिपाठी, स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज के पीएचडी शोधार्थी हैं जबकि गौतम शर्मा स्कूल ऑफ साइंसेज से पीएचडी कर रहे हैं।
बीते शनिवार को जेएनयू कुलपति जगदीश कुमार का विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों के एक समूह द्वारा घेराव और सुरक्षा कर्मियों से हाथापाई तथा उनकी कार के शीशे तोड़ने की घटना सामने आई थी। कुलपति ने इस संबंध में कहा था कि जब वह स्कूल ऑफ ऑर्ट्स एंड एस्थेटिक्स गए थे, तो वहां 10 से 15 छात्रों ने उनका घेराव किया और उन्हें कार से नीचे खींचने की कोशिश की। वह किसी तरह सुरक्षाकर्मियों की मदद से वहां से निकल सके। वहीं छात्रों ने घटना का एक वीडियो जारी किया था, जिसमें एक छात्र कुलपति की कार के बोनट पर लटका था और कार तेजी से पीछे की दिशा में जा रही थी। इसमें छात्र कुलपति को बातचीत के लिए नहीं रुकने पर अपशब्द भी कहते सुनाई दे रहे थे।