नई दिल्ली, 11 जनवरी (हि.स.)। जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) के कुलपति एम जगदीश कुमार ने गत दिनों विश्वविद्यालय परिसर में हुई हिंसा के बाद फैले तनाव पर शनिवार को छात्रों से चर्चा की। उन्होंने आशंका जताई की हिंसा के लिए विश्वविद्यालय छात्रावासों में रह रहे अवैध छात्र और कुछ छात्र नेता जिम्मेदार हो सकते हैं। वहीं, जेएनयू प्रशासन छात्रावासों में बाहरी तत्वों के ठहरने को लेकर सख्त हो गया है। छात्रावास के कमरे में बाहरी व्यक्ति के पाये जाने पर संबंधित छात्र पर कार्रवाई होगी।
कुलपति जगदीश कुमार ने आशंका जताते हुए कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में 5 जनवरी को भड़की हिंसा के पीछे छात्रावास में गैर कानूनी ढंग से रह रहे छात्र भी हो सकते हैं क्योंकि उनके पास करने को कुछ और नहीं है। इस बैठक में कुलपति ने छात्रों से कहा कि कैंपस में हो रही दिक्कतों की सबसे बड़ी समस्या हॉस्टल में गैरकानूनी ढंग से रह रहे छात्र हैं, जो बाहरी भी हो सकते हैं।
उन्होंने विश्वविद्यालय की छात्र राजनीति में सक्रिय छात्रों को भी कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि कुछ आंदोलनरत छात्रों ने विश्वविद्यालय में इस कदर दहशत का माहौल बनाया कि छात्रों को हॉस्टल छोड़कर जाना पड़ा। कुलपति ने आश्वासन दिया कि किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए परिसर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उन्होंने कहा कि पिछले कई दिनों से हमने यह सुनिश्चित करने के लिए परिसर में सुरक्षा बढ़ा दी है कि निर्दोष छात्रों को चोट न पहुंचे।
उल्लेखनीय है कि जेएनयू में नकाबपोश हमलावरों द्वारा की गई हिंसा के बाद पहली बार कुलपति एम. जगदीश कुमार विश्वविद्यालय के छात्रों से मुखातिब हुए।
वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रावासों में बाहरी तत्वों की पहचान में जुट गया है। डीन उमेश ए कदम ने सभी सीनियर वॉर्डन को निर्देश दिया है कि वह सुनिश्चित करें कि छात्रावासों में कोई बाहरी व्यक्ति तो नहीं रह रहा है।
डीन ने सभी सीनियर वॉर्डनों को भेजे निर्देश में वसंत कुंज नॉर्थ थाना के एसएचओ रितु राज के 7 जनवरी के पत्र का हवाला दिया है। इसमें पुलिस ने रजिस्ट्रार को सुझाव दिया था कि वह इस बात का ऑडिट कराए कि छात्रावास में कोई बाहरी व्यक्ति तो नहीं रह रहा और ऐसा पाए जाने पर तत्काल संबंधित थाना को सूचित किया जाए।
डीन ने सभी वरिष्ठ वार्डनों को निर्देश दिया कि छात्रावास में रहने वाले सभी छात्रों को गेस्ट के संबंध में नियमों का पालन करने की सलाह देते हुए उनसे गेस्ट की जानकारी मांगी जाए। इसके बाद यदि कमरों में कोई बाहरी, अवैध छात्र या गेस्ट मिलता है तो इंटर हॉस्टल एडमिनिस्ट्रेशन (आईएचए) नियमों के अनुसार जिस छात्र को वह कमरा आवंटित है उसके खिलाफ प्रशासनिक नियमों के तहत कार्रवाई की जाएगी और उसकी जानकारी संबंधित पुलिस थाना को भेज दी जाए।