रामनगर, 12 सितम्बर (हि.स.)। विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क वन्यजीव प्रेमियों और पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित तो करता ही है। साथ में यह पार्क देश और दुनिया में बाघों के घनत्व के लिए जाना जाता है। अब यह कॉर्बेट टाइगर रिजर्व देश का ऐसा पहला बाघ अभयारण्य (बाघ संरक्षित क्षेत्र) बन गया है, जहां सोलर ऊर्जा का सबसे अधिक उपयोग किया जा रहा है।
टाइगर रिजर्व की 125 चौकियों में सौर ऊर्जा के 1.5 किलोवाट के प्लांट लगाए गए हैं। इनसे चौकियों पर कर्मचारी पंखे और लाइट का उपयोग कर सकेंगे। साथ ही 10 सोलर पंप 2.5 से 4 किलोवाट के लगे हैं। इन सोलर पंप के जरिये पानी भी निकाला जा सकेगा ।
पार्क के निदेशक राहुल ने बताया कि कॉर्बेट के 200 वन परिसर ऐसे हैं, जहां सोलर से फेंसिंग की गई है। पांच गांव ईडीसी के अंतर्गत ऐसे हैं, जिन्हें सोलर फेंस्ड किया गया है। इनमें स्ट्रीट सोलर लाइटें लगाई गई हैं। उन्होंने कहा कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व देश का पहला ऐसा पहला टाइगर रिजर्व है जहां सौर ऊर्जा का प्रयोग किया जा रहा है।