झारखंड : हेमंत सरकार के कार्यकाल में नक्सलियों ने दिया 105 वारदात को अंजाम

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रांची, 11 नवम्बर (हि.स.)। बिहार से अलग होकर झारखंड राज्य बने 20 वर्ष गुजर गये। इस दौरान कई सरकारें आईं और गईं। कई मुख्यमंत्री बने और कई मुख्यमंत्री सत्ता से दूर हुए, लेकिन नक्सलवाद की समस्या तब भी थी और आज भी है। सभी सरकारें इसे चुनौती के रूप में लेते हुए खत्म करने का वादा जरूर करती रहीं, कई राजनीतिक दल नक्सलवाद को खत्म करने के वादे के साथ सत्ता तक भी पहुंच गये, लेकिन लोगों के लिए यह समस्या आज भी बनी हुई है। एक बार फिर हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झााखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की सरकार बनी है और इसके समक्ष चुनौती नक्सलवाद ही है। इससे निपटने के लिए पुलिस लगातार नक्सल अभियान चला रही है।
पुलिस मुख्यालय के आंकड़ों के अनुसार पिछले वर्ष यानी 2019 में नक्सली संगठनों ने झारखंड के 24 जिलों में अक्टूबर तक 99 नक्सली वारदातों को अंजाम दिया था। वहीं वर्ष 2020 में अक्टूबर तक 105 वारदात को अंजाम दिया है। जबकि छह जिले ऐसे भी हैं जहां नक्सली वारदातों की पुष्टि नहीं हुई है। अब तक के आंकड़ों पर गौर करें तो हेमंत सरकार के कार्यकाल में नक्सलियों ने पिछले वर्ष की तुलना में ज्यादा घटनाओं को अंजाम दिया है।
झारखंड में कई नक्सली संगठन हैं। सबसे ज्यादा भाकपा (माओवादी) ने जहां वर्ष 2019 अक्टूबर तक 46 नक्सली घटनाओं को अंजाम दिया है, वहीं वर्ष 2020 में अक्टूबर तक भाकपा (माओवादी) ने 46 वारदात को अंजाम दिया है। इनमें रांची में 3, खूंटी में 2, गुमला में 2, लोहरदगा में 3, सिमडेगा में 1, पलामू में 1, गढ़वा में 2, लातेहार में 2, हजारीबाग में 3, चतरा में 3, गिरिडीह में 2, चाईबासा में 16, सरायकेला में 4, बोकारो में 2 और दुमका में एक वारदात को अंजाम दिया है।
तृतीय प्रस्तुति कमिटी (टीपीसी) वर्ष 2019 में अक्टूबर तक 19, वर्ष 2020 में अक्टूबर तक 11, पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) ने वर्ष 2019 में 19, वर्ष 2020 में 11, झारखंड जनमुक्ति परिषद (जेजेएमपी) ने वर्ष 2019 में 12, वर्ष 2020 में 12 तथा जेपीसी ने वर्ष 2019 में 2 और 2020 में 2, एसजेएमएम ने 2019 में 2, वर्ष 2020 में 1 वारदात को अंजाम दिया है।
पुलिस मुख्यालय के अनुसार वर्ष 2019-20 में सितंबर तक 20 नक्सली घटनाओं में 20 ग्रामीण मारे गए हैं। जबकि वर्ष 2019 में 8 और 2020 में एक पुलिसकर्मी नक्सली वारदात में मारे गए हैं। वहीं नक्सली और पुलिस के बीच वर्ष 2019 में 24 मुठभेड़ हुई जबकि 2020 में 10 मुठभेड़ हुई है। वर्ष 2019 में 274 नक्सली गिरफ्तार किए गए हैं जबकि 2020 में 286 नक्सली गिरफ्तार किया गए हैं। इनमें 21 एरिया कमांडर की गिरफ्तारी 2019 में हुई है, जबकि वर्ष 2020 में 36 एरिया कमांडर गिरफ्तार किए गए हैं। वर्ष 2019 में नक्सलियों ने पुलिस के पांच हथियार लूटने की घटना को अंजाम दिया था, लेकिन वर्ष 2020 में नक्सली एक भी हथियार नहीं लूट सके।
झारखंड पुलिस के प्रवक्ता साकेत कुमार सिंह ने बताया कि इस वर्ष कुछ नक्सल घटनाओं में वृद्धि हुई है। तो कुछ घटनाओं में कमी भी आई है। नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इसमें सुरक्षा बलों और पुलिसकर्मियों को सफलता भी मिल रही है।

 


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