पटना, 28 दिसम्बर (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा के कद्दावर नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. अरुण जेटली की जयंती के मौके पर कंकड़बाग पार्क संख्या- 31 में नवस्थापित उनकी आदमकद प्रतिमा का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने स्व. जेटली की पत्नी संगीता जेटली को स्व. अरुण की छोटी मूर्ति मोमेंटो के रूप में भेंट कर सम्मानित किया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व. अरुण जेटली विपरीत परिस्थितियों में भी विचलित नहीं होते थे। हमेशा वे उत्साहित होकर अपनी बात रखते थे। अरुण जेटली विलक्षण प्रतिभा के धनी थे। उनके मन में जो भी तत्काल विचार आते थे, उस पर वे बोलते थे, वे कुछ भी छुपाते नहीं थे, पूरी स्पष्टता के साथ हमेशा खुलकर बातें करते थे। मुख्यमंंत्री ने कहा कि वे बिहार के रहने वाले नहीं थे लेकिन उनका बिहार से विशेष लगाव था। बिहारियों के प्रति उनके मन में आदर का भाव था। उन्होंने उच्च राजनीतिक मूल्यों एवं आदर्शों की बदौलत सार्वजनिक जीवन में उच्च शिखर प्राप्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व. अरुण जेटली से मेरा निजी संबंध था। यह संबंध पार्टी एवं दलगत राजनीति से उपर था। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वर्गीय जेटली की प्रतिमा का लोकार्पण किया गया है यह हम सब बिहारियोंं का उनके प्रति सम्मान है।
इस मौके पर पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश संजय करोल, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, जल संसाधन मंत्री संजय झा, सांसद डाॅ. सीपी ठाकुर, सांसद रमा देवी, विधायक अरूण कुमार सिन्हा, विधायक संजीव चौरसिया, विधायक नितिन नवीन, विधान पार्षद संजय कुुमार सिंह उर्फ गांधीजी, भवन निर्माण विभाग के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के विषेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह के अलावा पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि, स्व. जेटली के पुत्र रोहन जेटली, पुत्री सोनाली जेटली सहित परिवार के अन्य सदस्यगण एवं बड़ी संख्या में सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ता उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने मुख्य न्यायाधीश संजय करोल को भी स्व. अरुण जेटली की मूर्ति मोमेंटो के रूप में भेंट की।