नई दिल्ली, 23 जून (हि.स.)। नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला आम बजट पांच जुलाई को संसद में पेश किया जाएगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इसे पेश करेंगी, जिसकी हलवा सेरेमनी के बाद छपाई भी शुरू हो गई है। देश की दशा और दिशा तय करने वाला, प्रत्येक भारतीय को प्रभावित करने वाला बजट साल 1860 में बना था।
साल 1860 में बना था देश का सबसे पहला बजट
वित्तीय मामलों के जानकार और (फाइनेंस) पर गहरी पकड़ रखने वाले अंग्रेज अधिकारी जेम्स विल्सन ने साल 1860 में देश का पहला बजट तैयार किया था। मीडिया रिपोर्ट और एक अंग्रेजी वेबसाइट के मुताबिक जेम्स विल्सन के उत्तराधिकारी रिचर्ड टेंपल ने इसके बारे में विस्तार से अपनी पुस्तक फाइनेंशियल फाउंडेशन ऑफ द् ब्रिटिश राज में लिखा था। उन्हें कोट करते हुए सब्यसाची भट्टाचार्य ने भी लिखा है कि विलसन ने भारत में पहली बार वित्तीय बजट शुरू किया।
विल्सन ने ही देश में लाया इनकम टैक्स कानून
देश का पहला बजट ब्रिटिश पैटर्न पर आधारित था। भारत में हुए सैन्य और राजनीतिक बदलाव (1857) के बाद लोगों पर सही मायने में राज (शासन) करने के लिए यह जरूरी था। जेम्स विलसन ने ही पहली बार सन 1860 में भारत में इनकम टैक्स कानून लेकर आए थे।इस कानून की वजह से भी बड़ा विवाद पैदा हुआ। जेम्स ने इसके पक्ष में कहा कि चूंकि अंग्रेज (ब्रिटिश) भारतीयों को कारोबार करने के लिए सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराते हैं। इसलिए आयकर (इनकम टैक्स) के रूप में एक शुल्क लेना उचित कदम है।
जेम्स ने ही किया था स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक की स्थापना
जेम्स विल्सन ने ही स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक के रूप में मशहूर बैंक की भी स्थापना की थी। जेम्स ने अपने कैरियर की शुरुआत एक हैट-मेकर (टोपी बनाने) वाले के तौर पर की थी। वित्तीय मामलों में गहरी रुचि होने की वजह से जेम्स ने कई सालों तक फाइनेंस और इकोनॉमिक्स का गहराई से अध्ययन किया। इसके बाद विल्सन अविभाजित भारत में वायसराय लॉर्ड कैनिंग की काउंसिल में फाइनेंस मेंबर बने।