जेईई एडवांस्ड की परीक्षा 3 जुलाई को होगी, 75 प्रतिशत अंकों की अनिवार्यता भी खत्म
नई दिल्ली, 07 जनवरी (हि.स.)। देश के 23 भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) में दाखिला के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा-एडवांस्ड (जेईई-एडवांस्ड)-2021 इस साल 3 जुलाई को आयोजित की जाएगी। कोरोना संकट के मद्देनजर इस साल 12वीं कक्षा में न्यूनतम 75 प्रतिशत अंकों की प्रवेश पात्रता भी हटा दी गई है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने गुरुवार को वीडियो संदेश के माध्यम से परीक्षा की तारीख और पात्रता मानदंड घोषित करते हुए बताया कि आईआईटी खड़गपुर जेईई एडवांस्ड-2021 की परीक्षा आयोजित करेगा। उन्होंने सभी छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सभी उम्मीदवारों के पास परीक्षा की तैयारी के लिए पर्याप्त समय है। जल्दी ही जेईई एडवांस्ड 2021 की वेबसाइट लॉन्च कर दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि जेईई मेन परीक्षा की तिथि घोषित करने के बाद लगातार जेईई एडवांस्ड की तारीख, स्थान और पूर्व के अनुरूप कोई छूट का प्रावधान आदि को लेकर उत्सुकता थी। उन्होंने कहा कि पिछली बार कोरोना के कारण विषम परिस्थिति थी और हम अभी भी इससे पूरी तरह उबर नहीं पाए हैं। ऐसे में आईआईटी में प्रवेश के लिए जेईई एडवांस्ड परीक्षा में 75 प्रतिशत अंकों का जो मानदंड था उसे इस समय भी हटा दिया गया है ताकि प्रतिभाशाली विद्याथी इसमें शामिल हो सकें। इससे पहले, एक सामान्य श्रेणी के छात्र को कक्षा 12 वीं या समकक्ष परीक्षा में 75 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य था।
उल्लेखनीय है कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) एडवांस्ड सबसे महत्वपूर्ण इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं में से एक है। देश के 23 आईआईटी में दाखिले के लिए यह एक आईआईटी द्वारा आयोजित की जाती है।
जेईई एडवांस्ड के संबंध में
जो छात्र जेईई एडवांस्ड में उपस्थित होते हैं, उन्हें यह सुनिश्चित करना होता है कि वे ज्वॉइंट एडमिशन बोर्ड (जेएबी) द्वारा अनिवार्य सभी पात्रता मानदंडों को पूरा करें। 12वीं कक्षा या समकक्ष उत्तीर्ण छात्र जेईई एडवांस्ड में उपस्थित हो सकता है। हालांकि इसके लिए उसे पहले जेईई मेन क्वालिफाई करना होता है। इसके साथ ही न्यूनतम कटऑफ अंक और शीर्ष 250,000 उम्मीदवारों की सूची में उसका नाम होना अनिवार्य है। परीक्षार्थी लगातार दो वर्षों में दो बार जेईई एडवांस्ड की परीक्षा दे सकता है। जेईई एडवांस्ड क्वालीफाई करने वाले उम्मीदवारों को उनकी रैंक के आधार पर जोसा काउंसलिंग के माध्यम से आईआईटी में प्रवेश दिया जाता है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री निशंक ने इससे पहले 16 दिसम्बर को इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (मुख्य) – 2021 की परीक्षाओं की समय सारणी जारी करते हुए बताया था कि यह परीक्षा पहली बार चार सत्रों में आयोजित की जाएगी। पहले सत्र की परीक्षा 23 से 26 फरवरी के बीच आयोजित की जाएगी। आगे के सत्रों की तारीखें बाद में घोषित की जाएंगी। इतना ही नहीं परीक्षा नए पैटर्न के आधार पर होगी। इसके प्रश्नपत्र में 90 प्रश्न होंगे जिसमें उम्मीदवार को कुल 75 प्रश्न ही हल करने होंगे। उम्मीदवारों को रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान और गणित के प्रत्येक खंड में 30 में से 25 प्रश्नों का जवाब देना होगा। 15 वैकल्पिक प्रश्नों में नेगेटिव मार्किंग भी नहीं होगी। नई शिक्षा नीति के मद्देनजर यह परीक्षा पहली बार 13 भारतीय भाषाओं में होगी।