पटना, 26 दिसम्बर (हि.स.) । सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से ठीक पहले अरुणाचल में विधायकों के पाला बदलने से बिहार का सियासी माहौल भी गरमा गया है। पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से पहले इस मामले में चुप्पी साध रखी है। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह से जब इस बावत सवाल किये गए तो उन्होंने इस मुद्दे पर बैठक में चर्चा करने की बात कही। अब राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में जनता दल यूनाइटेड अरुणाचल के मुद्दे समेत तमाम सियासी मामलों पर किस तरह की रणनीति बनाता है, इस पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं।
रविवार को होने वाली जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से पहले जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक पटना में पार्टी कार्यालय में शनिवार को हुई। पटना स्थित प्रदेश कार्यालय के कर्पूरी सभागार में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ इस बैठक में भाग लिया। बैठक में पार्टी के तमाम बड़े नेता शामिल हुए। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, संगठन के महासचिव आरसीपी सिंह, पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी, सांसद ललन सिंह, बिहार सरकार के वरिष्ठ मंत्री बिजेंद्र यादव समेत तमाम नेताओं ने इस बैठक में शिरकत की है जो राष्ट्रीय पदाधिकारियों की सूची में शामिल हैं। जदयू की नेशनल एक्सक्यूटिव की मीटिंग में राष्ट्रीय कार्यकारिणी का एजेंडा तय किया जाएगा। रविवार को सुबह 11:00 बजे से कर्पूरी सभागार में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी और दोपहर बाद 2:30 बजे से राष्ट्रीय परिषद की। इन दोनों बैठकों में कई प्रस्ताव लाए जाएंगे। इन प्रस्तावों को लेकर शनिवार की बैठक में एजेंडा तय हो चुका है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कुल 60 सदस्य शामिल होंगे जबकि राष्ट्रीय परिषद की बैठक में सदस्यों की संख्या तकरीबन ढाई सौ होगी। इस बार राष्ट्रीय कार्यकारिणी के दौरान कोई खुला अधिवेशन नहीं रखा गया है। पार्टी की बैठक में शामिल होने के लिए बिहार के अलावा झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, दादर एवं नागर हवेली, लक्ष्यदीप, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, जम्मू-कश्मीर समेत अन्य राज्यों से पार्टी के पदाधिकारी पटना पहुंच चुके हैं।