पटना, 07 अक्टूबर (हि.स.) । जदयू ने बुधवार को बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अपने जिन 115 उम्मीदवारों की सूची जारी की है उनमें पार्टी के कुल 11 निवर्तमान विधायक बेटिकट हो गए हैं। हालांकि बेटिकट हुए कई विधायकों के परिजनों को टिकट जदयू के टिकट से नवाजा गया है। पार्टी ने अपने तीन विधायकों की सीट बदल दी है। यह बात और है कि जदयू ने टिकट देने में बाहुबलियों से भी कोई परहेज नहीं किया है।
जदयू ने बुधवार को अपने जिन 115 उम्मीदवारों की सूची जारी की है, उनमें अधिकतर लोगों को पहले ही सिंबल दिया जा चुका है। पार्टी ने जिन 11 विधायकों को बेटिकट किया है, उनमें बाबूबरही से कपिलदेव कामत, फुलपरास से गुलजार देवी, बेनीपुर से सुनील कुमार चौधरी, जीरादेई से रमेश सिंह कुशवाहा, वैशाली से राजकिशोर सिंह, सुलतानगंज से सुबोध राय, परबत्ता से रामानंद प्रसाद सिंह, अमरपुर से जनार्दन मांझी, राजगीर से रवि ज्योति कुमार, डुमरांव से ददन पहलवान और एकमा से मनोरंजन सिंह उर्फ धूमल सिंह शामिल हैं।
हालांकि पार्टी ने बेटिकट हुए कई विधायकों के परिजनों को टिकट दिया है। परबत्ता से मौजूदा विधायक रामानंद प्रसाद सिंह के पुत्र संजीव कुमार को टिकट दिया गया है। बाबूबरही से विधायक कपिलदेव कामत की बहू मीना कामत जदयू उम्मीदवार होंगी। एकमा से बाहुबली विधायक धूमल सिंह की पत्नी सीता देवी को टिकट दे दिया गया है। उधर, जदयू ने अपने तीन विधायकों की सीट बदल दी है। घोषी से विधायक कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा पड़ोस की जहानाबाद सीट से उम्मीदवार होंगे। वहीं, गौड़ाबराम से विधायक मदन सहनी को बहादुरपुर भेजा गया है जबकि गया के टिकारी से विधायक अभय कुशवाहा को बेलागंज से उम्मीदवार बनाया गया है। टिकारी सीट जीतनराम मांझी के कोटे में चली गयी है।
जदयू ने चुनाव से ठीक पहले दल बदल कर आये सारे विधायकों को टिकट दे दिया है। पालीगंज में राजद से आये विधायक जयवर्धन यादव, सासाराम में राजद से आये विधायक अशोक कुमार, गायघाट में राजद से आये महेश्वर प्रसाद यादव, दरभंगा ग्रामीण में राजद से आये फराज फातमी, तेघड़ा में राजद से आये वीरेंद्र कुमार सिंह, गोविंदपुर में कांग्रेस से आयी पूर्णिमा यादव और बरबीघा में कांग्रेस से आये सुदर्शन को टिकट दे दिया गया है।