मुंबई, 23 नवम्बर (हि.स.) । राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रवक्ता नवाब मलिक ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील को विधायक दल का नेता बनाया गया है। इसके साथ ही सभी विधायकों को व्हिप जारी करने का अधिकार भी जयंत पाटील को दिया गया है। अजीत पवार के सारे अधिकार छीन लिये गए हैं। अजीत पवार पर कार्रवाई करने के लिए एनसीपी प्रमुख शरद पवार को अधिकृत किया गया है।
मलिक ने बताया कि बैठक में 43 विधायक उपस्थित थे। छह विधायक जल्द ही मुंबई पहुंचेंगे और पांच विधायकों से संपर्क नहीं हो सका है। विधानसभा में एनसीपी के कुल 54 विधायक हैं।
मलिक ने बताया कि अजीत पवार ने जो निर्णय लिया है वह पार्टी को मान्य नहीं था, इसीलिए विधायक दल की बैठक में अजीत पवार को विधायक दल के नेता पद से हटाने का निर्णय लिया गया है। अजीत पवार ने विधायकों की हाजिरी का पत्र राज्यपाल को दिया और राज्यपाल ने उसी आधार पर राज्य में सरकार बनाने का निर्णय लिया। विधानसभा के अध्यक्ष पद के चुनाव में ही वह भाजपा सरकार को हरा देंगे। इसके बाद राज्य में शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस के नेतृत्व में सरकार का गठन किया जाएगा।
देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजीत पवार के उपमुख्यमंत्री पद पर शपथ लेने के बाद सूबे में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को यशवंतराव प्रतिष्ठान में पार्टी विधायकों की आपातकालीन बैठक बुलाई थी। इसके बाद अजीत पवार को मनाने का प्रयास किया गया। हालांकि अजीत पवार अपने निर्णय पर अडिग हैं।