भाजपा के साथ भी जा सकते हैं जयंत, अंदरखाने अभी चल रही वार्ता
लखनऊ, 24 नवम्बर (हि.स.)। राजनीति में कोई किसी का सगा नहीं होता। प्रदेश में इस समय सभी छोटी पार्टियां गठबंधन के लिए सौदाबाजी करने में जुटी हुई हैं। जिधर से अधिक मिल जाय, उसके साथ जुड़ जाएंगी। इसी फार्मूले पर सभी छोटे दल काम कर रहे हैं और बड़े दल जितना न्यूतम देकर साथ ला सकते हैं, उस पर समझौता करना चाहते हैं। रालोद प्रमुख जयंत चौधरी की अभी भी भीतरखाने भाजपा से वार्ता चल रही है। जिधर से ज्यादा मिलेगा, उधर ही झुक जाएंगें।
भाजपा सूत्रों के अनुसार जयंत चौधरी ने भाजपा के सामने एक राज्यसभा सदस्य के साथ ही पश्चिमी यूपी में चालिस से अधिक सीटों की मांग रखे थे। इसके अलावा भी उनकी कुछ मांगें थीं, जो अभी भाजपा का शिर्षस्थ मानने को तैयार नहीं थी। अभी भी उनके साथ वार्ता चल रही है।
नाम न छापने की शर्त पर एक विश्वसनीय ने बताया कि भाजपा पर दबाव बनाने के लिए भी मंगलवार को रालोद प्रमुख जयंत चौधरी सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मिले और उनसे विस्तार से चर्चा की। उनका कहना था कि अभी भी भाजपा के साथ मिलने की संभावना बनी हुई है। तीन नए कृषि बिल वापस लेने के बाद से पश्चिमी यूपी का माहौल बदल गया है।