जम्मू, 18 अगस्त (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर से धारा 370 व 35ए हटाए जाने व शांतिपूर्ण तरीके से स्वतंत्रता दिवस मनाये जाने के बाद कश्मीर घाटी में सामान्य जन-जीवन धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ने लगा है। कश्मीर घाटी के ज्यादातर लोग अब अमन और शांन्ति की जिन्दगी चाहते हैं। उनका कहना है कि कश्मीर घाटी में पर्यटकों की चहल-पहल रहे ताकि घाटी में गंभीर लोग अपने घर का चूल्हा जला सकें। जम्मू-कश्मीर के पांच जिलों में रविवार को मोबाइल इंटरनेट सेवा फिर से बंद कर दी गई है। इन जिलों में पांच अगस्त से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से ही बंद मोबाइल इंटरनेट सेवा शुक्रवार देर रात ही बहाल की गई थी।
शांतिपूर्ण स्वतंत्रता दिवस बीतने के बाद शनिवार को 23 हजार लैंडलाइन फोन बहाल हो गए थे। 17 टेलीफोन एक्सचेंजों ने भी काम करना शुरू कर दिया था। जम्मू में 2जी मोबाइल इंटरनेट सेवा शुरू हो गई थी जो आज यानि रविवार को बंद कर दी गई। शुक्रवार देर रात ही जम्मू, रियासी, सांबा, कठुआ और उधमपुर जिले में मोबाइल इंटरनेट सेवा शुरू की गई थी जिसे फिर से बंद कर दिया गया है। इसी बीच रविवार को जम्मू प्रांत के राजौरी जिले में दिन के लिए प्रतिबंधों को हटा लिया गया है और केवल रात को नौ बजे से सुबह पांच बजे तक प्रतिबंध लागू किए गए हैं। इस संबंध में राजौरी के डीएम ने आदेश जारी किया है। इसके साथ ही राजौरी, पुंछ, डोडा, रामबन और किश्तवाड़ जिलों में इंटरनेट सेवाओं पर लगी रोक फिलहाल जारी है।
रविवार को भी कश्मीर घाटी में सभी मोबाइल सेवा, मोबाइल इंटरनेट सहित ज्यादातर दुकानें, बाज़ार व व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हैं। सड़कों पर केवल निजी वाहन ही चल रहे हैं जबकि सार्वजनिक वाहन अभी भी बंद हैं। कश्मीर घाटी में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबलों के जवानों को तैनात किया गया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को घटने से रोका जा सके।