जगदलपुर, 14 मार्च (हि.स.)। जिला मुख्यालय में शुक्रवार को वन अमले ने बाघ की खाल सहित आठ आरोपितों को गिरफ्तार किया गया था। इस बहुचर्चित बाघ के खाल की तस्करी के मामले में छह और आरोपितों की गिरफ्तारी शनिवार को हुई है। गिरफ्तार किये गये आरोपितों में से एक आरोपित को रायपुर व पांच को बीजापुर व दंतेवाड़ा से गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों में से एक प्राध्यापक, दो एसआई और तीन ग्रामीण हैं। इस तरह बाघ की खाल मामले में अब तक कुल 14 आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है, मुख्य आरोपितों में से एक टीआई स्तर का अधिकारी गिरफ्त से बाहर है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार दन्तेवाड़ा से गिरफ्तार किए गए तीन ग्रामीणों ने ही बाघ का शिकार किया था। ग्रामीणों के पास से बाघ के शरीर के अन्य हिस्से भी बरामद किये गए हैं। जिन छह आरोपितों को गिरफ्तार किया गया उसमे एक रामेश्वर सोनवानी, जिन्हें रायपुर से गिरफ्तार किया गया है । वे तोकापाल में शिक्षक के पद पर हैं। वहीं बीजापुर से दो एएसआई सन्तोष बघेल और रमेश अंगनपल्ली व दन्तेवाड़ा से बुदरु, रामलाल व भीमा को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस के अधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरोपितों से प्राथमिक पूछताछ के आधार पर भीमा ने जंगली सुअर के लिए फंदाल गाया था, जिसमे बाघ फंस गया था। इन ग्रामीणों ने हत्या कर उसके खाल व शरीर के अन्य हिस्से अलग-अलग कर दिए थे, जिन्हें वन विभाग ने उनसे बरामद कर लिया है। वहीं आरोपित पुलिस कर्मियों से पूछताछ में एक और टीआई स्तर के अधिकारी का नाम सामने आया है जो इस मामले के मुख्य आरोपितों में से एक है और उसे जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। फिलहाल पूरे मामले पर शनिवार की देर रात को वन अमले द्वारा कार्यवाही की जा रही है।