नई दिल्ली, 02 सितम्बर (हि.स.)। विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव पर पाकिस्तान की झूठी कहानी दोहराने के लिए भारी दवाब डाला गया। पाकिस्तान अपनी इस हरकत से जाधव के बारे में अपने झूठे दावे की पुष्टि कराना चाहता था।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने जाधव और भारतीय राजनयिक के बीच मुलाकात के बारे में सोमवार को एक संक्षिप्त वक्तव्य जारी किया। प्रवक्ता के अनुसार जाधव को मुलाकात करने वाले इस्लामाबाद स्थिति भारतीय उप-उच्चायुक्त की ओर से अभी विस्तृत रिपोर्ट नहीं मिली है। इतना स्पष्ट है कि जाधव पर पाकिस्तान की झूठी कहानी दोहराने के लिए भारी दवाब डाला गया।
प्रवक्ता ने कहा कि जाधव पर मुकादमा और सजा एक ड्रामे जैसी न्यायायिक प्रक्रिया के तहत की गई थी। भारत अपने उप-उच्चायुक्त से रिपोर्ट मिलने के बाद अपनी अगली कार्रवाई तय करेगा। इस बात को भी आंका जाएगा कि यह मुलाकात हैग स्थित अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के दिशानिर्देशों के अनुरूप हुई की नहीं।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जाधव की माता से बातचीत की है और उन्हें आज की जाधव के साथ भारतीय राजनियक की हुई मुलाकात के बारे में जानकारी दी है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि सरकार जाधव को न्याय दिलाने और उनकी सुरक्षित स्वदेश वापसी के लिए प्रतिबद्ध है।
उल्लेखनीय है कि जाधव और भारतीय राजनियक के बीच मुलाकात अंतरराष्ट्रीय न्यायालय द्वारा गत 17 जुलाई को दिए गए फैसले के मद्देनजर संभव हो पाई है। न्यायालय ने पाकिस्तान को वियना संधि का उल्लंघन करने का दोषी पाया था तथा उसे आदेश दिया था कि वह जाधव को भारतीय नागरिक से मिलने की इजाजत दे।
न्यायालय ने जाधव को दोषी ठहराये जाने के लिए अपनाई गई प्रक्रिया को दोषपूर्ण माना था तथा पूरे मामले पर कारगर तरीके से पुनर्विचार करने का निर्देश दिया था।