यरुशलम, 12 मई (हि.स.)। इजरायल और फिलिस्तीन के बीच हमले बढ़ने के साथ तनाव चरम पर पहुंच गया है। इसकी शुरुआत फिलिस्तीनी उग्रवादियों के गाजा की तरफ कई रॉकेट दागने के साथ हुई। इसके जवाब में इजरायली सुरक्षा बलों ने भी जोरदार हवाई हमले किये। इजरायल के इस हमले से गाजा में नौ बच्चों समेत 26 लोग मारे गए हैं। इसके साथ ही पिछले 24 घंटों में यरूशलम और वेस्ट बैंक क्षेत्र में इजराइल के सुरक्षा बलों के साथ संघर्ष में 700 से अधिक फिलिस्तीनी घायल हो गए हैं। अमेरिका ने यरुशलम में मौजूदा परिस्थितियों को लेकर चिंता जताई है।
गाजा की तरफ से आए रॉकेट से दो इजरायली महिलाओं की मंगलवार को मौत हो गई। मंगलवार की देर रात तक दोनों तरफ से हमले जारी हैं। इजरायली रॉकेट के हमले में एक 12 मंजिल की इमारज जमींदोज हो गई है।इजरायल सेना के अनुसार मंगलवार सुबह रॉकेट हमले में छह आम लोग घायल हुए। गाजा से इजराइल की ओर रात भर अनेक रॉकेट दागे जाने के बाद प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों से मुलाकात की।
गाजा पट्टी पर काबिज उग्रवादी समूह हमास ने रॉकेट हमले सोमवार शाम से शुरू किए थे। मंगलवार सुबह तक हमास और अन्य उग्रवादी इजराइल की ओर 200 से अधिक रॉकेट दाग चुके थे। दूसरी ओर, गाजा में इजराइल की ओर से दागे गए ड्रोन की चपेट में आने से मंगलवार सुबह एक व्यक्ति की मौत हो गई। इजराइल की ओर से दागी गई एक मिसाइल में एक महिला मारी गई। इजराइल की सेना ने कहा कि रातभर में उसने गाजा की ओर कई हवाई हमले किए।
देर रात शुरू हुई इस झड़प के बाद सोमवार को वार्षिक ‘यरुशलम दिवस’ समारोह में और हिंसा होने की आशंका बढ़ गई है। ‘यरुशलम दिवस’ से पहले मंत्रिमंडल की एक विशेष बैठक को संबोधित करते हुए रविवार को प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा था कि किसी भी चरमपंथी ताकत को यरुशलम में शांति को प्रभावित नहीं करने देंगे।
अमेरिका ने यरुशलम में मौजूदा परिस्थितियों को लेकर चिंता जताई है। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन ने इज़राइल के अपने समकक्ष से बात कर हालात का जायजा लिया।
फिलिस्तीनी बचावकर्मियों के अनुसार 300 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जबकि इजरायली पुलिस का कहना है कि दो दर्जन अधिकारियों को चोट लगी थी। इस्लामिक गुट हमास ने यरुशलम में शेख जर्राह के पड़ोस में बसने वालों और पुलिस को वापस लेने के लिए एक अल्टीमेटम जारी किया था। इसके समाप्त होने के कुछ समय बाद बड़े पैमाने पर रॉकेट हमलों की शुरुआत हुई। हमास के एक प्रवक्ता ने कहा कि रॉकेट हमले इजरायल के लिए एक ‘संदेश’ और ‘पवित्र शहर के खिलाफ अपने अपराधों और आक्रामकता की प्रतिक्रिया’ थे।