इरफान खान की फिल्मों के कुछ फेमस डायलॉग, शराफत की दुनिया का किस्सा ही खत्म, अब जैसी दुनिया वैसे हम
बॉलीवुड अभिनेता इरफान खान लंबे समय से कैंसर से जंग लड़ रहे थे, आज वे जिंदगी की जंग हार गए। इरफान खान का 54 साल की उम्र में आज निधन हो गया। इसके बाद उनके फैंस और बॉलीवुड में शोक की लहर है। बॉलीवुड में संजीदा अभिनय के लिए हमेशा इरफान खान को याद किया जाएगा। फिल्म जगत के शानदार अभिनेता अब हमारे बीच नहीं रहे। इरफान खान ने अपने करियर की शुरुआत सीरियल से की थी। उसके बाद कई फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवाया। पेश हैं उनके फिल्मों के कुछ शानदार डायलॉग।
जज्बा- शराफत की दुनिया का किस्सा ही खत्म, अब जैसी दुनिया वैसे हम।
गुंडे- पिस्तौल की गोली और लौंडिया की बोली जब चलती है, तो जान दोनों में ही खतरे में होती है।
डी डे- गलतियां भी रिश्तों की तरह होती हैं, करनी नहीं पड़ती, हो जाती है।
पान सिंह तोमर- बीहड़ में बागी होते हैं, डकैत मिलते हैं पार्लियामेंट मां।
साहेब बीवी और गैंगस्टर- हमारी तो गाली पर भी ताली पड़ती है।
तलवार- किसी भी बेगुनाह को सजा मिलने से अच्छा है दस गुनहगार छूट जायें।
कसूर- आदमी जितना बड़ा होता है.. उसके छुपने की जगह उतनी ही कम होती है।
द किलर- बड़े शहरों की हवा और छोटे शहरों का पानी, बड़ा खतरनाक होता है।
ये साली जिंदगी- लोग सुनेंगे तो क्या कहेंगे, आशिकी के चक्कर में मर गया, और लौन्डिया भी नहीं मिली।
चॉकलेट- शैतान की सबसे बड़ी चाल ये है कि वो सामने नहीं आता।
हैदर- आप जिस्म है तो मैं रुह, आप फानी में लफानी।
लाइफ इन मेट्रो- ये शहर हमें जितना देता है, बदले में कहीं ज्यादा हम से ले लेता है।
हासिल- और जान से मार देना बेटा, हम रह गये ना, मारने में देर नहीं लगायेंगे, भगवान कसम।
पीकू- डेथ और शिट, किसी को, कहीं भी, कभी भी, आ सकती है।
द लंच बॉक्स- आई थिंक वी फॉरगेट थिंग्स इफ देयर इज नो बॅडी टू टेल देम।
लाइफ ऑफ पाई- हंगर कैन चेंज एवरीथिंग यू थॉट यू न्यू आउट युअरसेल्फ।
जुरासिक वर्ल्ड- द की टू ए हैप्पी लाइफ इज टू एक्सेप्ट यू आर नेवर एक्चुअली इन कंट्रोल।
मदारी- तुम मेरी दुनिया छीनोगे, मैं तुम्हारी दुनिया में घुस जाऊंगा।
हिंदी मीडियम- एक फ्रांस बंदा, जर्मन बंदा स्पीक रॉन्ग इंग्लिश, वी नो प्रॉब्लम, एक इंडियन बंदा से रॉन्ग इंग्लिश, बंदा ही बेकार हो जाता है जी।
करीब करीब सिंगल- टोटल तीन बार इश्क किया, और तीनों बार ऐसा इश्क मतलब जानलेवा इश्क, मतलब घनघोर हद पार।
अभिनेता इरफान खान ने अपने करियर की शुरुआत टेलीविजन सीरियल से हुई थी। अपने शुरुआती दिनों में वे चाणक्य, भारत एक खोज, चंद्रकांता जैसे धारावाहिकों में दिखाई दिए। उनके फिल्मी करियर की शुरुआत फिल्म ‘सलाम बाम्बे’ से एक छोटे से रोल के साथ हुई। इसके बाद वे कई फिल्मों में नजर आए, लेकिन असली पहचान उन्हें ‘मकबूल’, ‘रोग’, ‘लाइफ इन अ मेट्रो’, ‘स्लमडॉग मिलेनियर’, ‘पान सिंह तोमर’, ‘द लंचबाक्स’ जैसी फिल्मों से मिली। अभिनेता इरफान खान बॉलीवुड में अपने दमदार अभिनय के लिए हमेशा याद किए जाएंगे। कई बार फिल्मफेयर पुरस्कार मिल चुका है और फिल्म ‘पान सिंह तोमर’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिल चुका है। उन्हें पद्मश्री सम्मान से भी नवाजा जा चुका है।