लॉस-एंजेल्स, 21 जून (हि.स.)। अमेरिका और ईरान के बीच सैन्य टकराव की आशंकाएं बढ़ती जा रही हैं। ईरान ने गुरुवार तड़के स्ट्रेट ऑफ होर्मुज के हवाई क्षेत्र में अमेरिकी टोही ड्रोन मार गिराए जाने की जिम्मेदारी लेते हुए अमेरिकी कार्रवाई को भड़काऊ और खतरनाक बताया। वहीं अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ”पेंटागन” ने कहा है कि अमेरिकी ड्रोन अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में था और उसे भड़काऊ कार्रवाई कहा जाना सरासर गलत होगा।
न्यू यॉर्क टाइम्स की मानें तो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई पर सहमति जता दी थी लेकिन व्हाइट हाउस में गुरुवार की रात अपने वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत के बाद अपने आदेश वापस ले लिए।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान की इस कार्रवाई को गंभीरता से लिया है और कहा है कि आगे देखिए क्या होता है। खाड़ी में तनाव को भांपते हुए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने सचेत किया है कि खाड़ी में सैन्य टकराव के गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
साथ ही संयुक्त राष्ट्र में ईरानी राजदूत माजिद तख्त रवांची ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतरेस को पत्र लिखकर पूरी स्थिति से अवगत कराते हुए उनके हवाई क्षेत्र में अमेरिकी टोही ड्रोन की उड़ान को अंतरराष्ट्रीय कानून के विरुद्ध बताया है।
इसके विपरीत यूएस सेंट्रल कमान के कमांडर जोसेफ गौसतेल्ला ने ईरानी दावे को गलत बताया है और कहा है कि ड्रोन ईरान के हवाई सीमा क्षेत्र से 34 किलो मीटर दूर था। विशेषज्ञों का मत है कि अमेरिकी ड्रोन अत्यधिक आधुनिक और महंगा है, जिसके अपने मार्ग से विमुख होने का कोई कारण नहीं है।
इसके बावजूद ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनारी गार्ड के जनरल हुसैन सलामी ने कहा है कि वह युद्ध नहीं चाहते।
उधर ट्रम्प के निकटस्थ रिपब्लिकन सिनेटर लिंडसे ग्राहम ने कहा है कि ट्रम्प के धैर्य का बांध टूट रहा है। उनके पास सैन्य टकराव के सिवा कोई विकल्प नहीं बचा है, जबकि कांग्रेस में डेमोक्रेट बहुल प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी ने कहा है कि युद्ध में जाने का कोई औचित्य नहीं है।
इसी तरह डेमोक्रेट नेता चुक शुमर ने भी चेतावनी दी है कि ट्रम्प युद्ध की ओर बढ़ रहे हैं। खाड़ी में ईरान के प्रतिद्वंद्वी सऊदी अरब ने कहा है कि ईरान तनाव पैदा कर रहा है। इसके लिए उसने खाड़ी के अन्य देशों से सम्पर्क करना शुरू कर दिया है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गुरुवार सुबह स्ट्रेट ऑफ होर्मुज के हवाई क्षेत्र में ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड की ओर से अमेरिकी टोही ड्रोन के मार गिराए जाने की घटना को यह कहकर टालने की कोशिश की थी कि ईरान ने उनके टोही ड्रोन को मार गिराने को गंभीर बताया था। साथ ही यह कहकर इस घटना को हल्के में लेते हुए कह दिया था कि ‘मुमकिन है, यह वारदात किसी ग़लती से अथवा सिरफिरे ने की होगी।’
सांझ ढलते-ढलते पेंटागन ने अपना रवैया बदला। तत्संबंधी ड्रोन के हवाई मार्ग का एक वीडियो जारी करते हुए अपने मंतव्य को स्पष्ट करने की कोशिश की। ईरान के विदेश मंत्री मुहम्मद जावेद जरीफ देर शाम तक संयुक्त राष्ट्र महासचिव सहित अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी बात कहने पर डटे रहे।