भोजपुर के लाल आशुतोष पाण्डेय संभाल रहे हैं अयोध्या में सुरक्षा की कमान

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1992 बैच के आईपीएस अधिकारी विधि व्यवस्था के मामले में सख्त अधिकारी माने जाने वाले आईपीएस अधिकारी श्री पाण्डेय को उत्तरप्रदेश शासन ने अयोध्या के सुरक्षा की कमान सौंपी है।



आरा ,09 नवम्बर (हि. स)। रामजन्म भूमि अयोध्या से जुड़े देश के बड़े मुकदमे के फैसले आने के बाद अयोध्या की सुरक्षा और लॉ एंड ऑर्डर की कमान भोजपुर के लाल आशुतोष पाण्डेय के हाथों में है। मुजफ्फरनगर के पूर्व पुलिस अधिकारी और अब एडीजी अभियोजन आशुतोष पाण्डेय भोजपुर जिले के बड़हरा प्रखण्ड स्थित सलेमपुर गांव के निवासी हैं और जब मुजफ्फरनगर में साम्प्रदायिक दंगों से हालात बिगड़े थे तब उन्होंने अपनी कुशल प्रशासनिक क्षमता का परिचय देते हुए कम समय मे स्थिति को कंट्रोल कर लिया था।
आशुतोष पाण्डेय के नेतृत्व में कई आंखे प्रभु श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या पर निगरानी रख रही है।शनिवार को अयोध्या मामले में फैसला आ जाने के बाद उनकी जिम्मेदारी और अधिक बढ़ गई है। उन्होंने अयोध्या की सुरक्षा का मोर्चा संभाल लिया है। आईपीएस अधिकारी पाण्डेय के नेतृत्व में करीब बीस हजार पुलिस के जवान अयोध्या के चप्पे चप्पे पर तैनात कर दिए गए हैं। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब 2.77 एकड़ विवादित भूमि राम जन्मभूमि के रूप में मंदिर निर्माण के लिए दे दिया गया है और इस जन्मभूमि पर मस्जिद बनाने के पूर्व विशाल संरचना होने की बात कही गई है। तथ्यों के मुताबिक शीर्ष अदालत ने स्पष्ट कर दिया है कि बाबरी मस्जिद खाली जमीन पर नही बनाया गया था।
1992 बैच के आईपीएस अधिकारी और जिले के सलेमपुर के शिवानंद पाण्डेय के पुत्र आशुतोष पाण्डेय इनदिनों एकबार फिर अपने गृह जिले में सुर्खियों में आ गए हैं। विधि व्यवस्था के मामले में सख्त अधिकारी माने जाने वाले आईपीएस अधिकारी श्री पाण्डेय को उत्तरप्रदेश शासन ने अयोध्या के सुरक्षा की कमान सौंपी है। यूपी शासन की ओर से उन्हें कुछ दिनों पहले ही अयोध्या मामले के आने वाले संभावित फैसलों को देखते हुए यहां विधि व्यवस्था की अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है। अपने प्रशासनिक क्षमताओं के कारण ही भोजपुर का यह लाल आशुतोष यूपी शासन का चहेता आईपीएस अधिकारी माना जाता है। कुशल और मिलनसार व्यक्तित्व के धनी आईपीएस अधिकारी आशुतोष पाण्डेय न सिर्फ अपने गांव सलेमपुर के लोगों के हृदय में बसते हैं बल्कि उनकी लोकप्रियता के कायल सम्पूर्ण जिले वासी भी हैं।
बाबरी मस्जिद का निर्माण जिस स्थल पर हुआ था उस स्थल पर पहले से विशाल संरचना मौजूद था। अब जबकि शीर्ष अदालत का अहम फैसला आ गया है ऐसे में अयोध्या में किसी भी तरह की चुनौती से निपटने की जिम्मेदारी उत्तरप्रदेश शासन की है और उत्तरप्रदेश शासन के भरोसेमंद आईपीएस अधिकारी और एडीजी अभियोजन आशुतोष पाण्डेय ने अयोध्या में आपसी सौहार्द्र और भाईचारा बनाये रखने के लिए चप्पे चप्पे पर पहरा बिछा दिया है। यहां के लोगो की जुबान पर आशुतोष पाण्डेय के ही नाम की फिलहाल चर्चा है और आजकल लोग उनका नाम ले फुले नही समाते।

 


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