असम : तेल कुंए में लगी आग के बाद से आईओसी के दो कर्मचारी लापता

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तिनसुकिया (असम), 10 जून (हि.स.)। तिनसुकिया जिले के बाघजान स्थित इंडियन ऑयल के तेल कुंए में गत 27 मई से विस्फोट के बाद जारी गैस व तेल रिसाव को बंद करने की कोशिश के दौरान मंगलवार को लगी भयावह आग के बाद से ही आईओसी के अग्निशमन विभाग के दो कर्मचारी लापता हैं।

जानकारी के अनुसार तेल कुएं में आग लगने के बाद से ही दोनों कर्मचारी दुर्लभ गोगोई और तिखेश्वर गोगोई लापता हैं। मौके पर राहत व बचाव कार्य को अंजाम दे रही एक एजेंसी ने इसकी जानकारी दी है। तेल कुएं के पास ड्यूटी पर आईओसी के अग्निशमन विभाग के दो कर्मचारी दुर्लभ गोगोई और तिखेश्वर गोगोई मौजूद थे। आग लगने के बाद से ही दोनों लापता हैं।

हालांकि, इस मामले में अब तक इंडियन ऑयल लिमिटेड की ओर से किसी भी प्रकार का बयान जारी नहीं किया गया है। हालांकि बुधवार को इसकी पुष्टि अनौपचारिक रूप से राहत व बचाव कार्य चला रही एक एजेंसी के वरिष्ठ अधिकारी ने की है।

तेल और गैस का रिसाव रोकने की कोशिश स्थानीय स्तर पर गत 27 मई से जारी है। सफलता नहीं मिलने पर गुजरात से विशेषज्ञों की एक टीम को बुलाया गया, यह टीम भी गैस व तेल के रिसाव को रोकने में विफल रही। जिसके बाद सिंगापुर से तीन सदस्यीय टीम को बुलाया गया है। सोमवार को यह टीम मौके का जायजा लेने के बाद इंडियन ऑयल के अधिकारियों व विशेषज्ञों के साथ एक बैठक की।

मंगलवार से विशेषज्ञों की टीम अपना काम आरंभ करने की तैयारी कर रही थी। इसी बीच अचानक तेल कुंए में विस्फोट गया, जिसके बाद फिर से भयावह आग लग गई। सूत्रों ने बताया कि आसपास फैले तेल की वजह से लगभग 200 मीटर के दायरे में आग बड़ी तेजी से फैल गई। हालांकि तिनसुकिया जिला प्रशासन ने घटना के तुरंत बाद आसपास के गांवों के लोगों को हटाकर राहत शिविर में रखा है, जहां पर आईओसी की ओर से शिविर में रह रहे लोगों की देखभाल की जा रही है।

सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को आग लगने के बाद नाराज स्थानीय लोगों ने आईओसी के विरोध में नारेबाजी भी की थी। सूत्रों ने बताया है कि गैस के रिसाव की रफ्तार बेहद तेज है, जिसे रोकना संभवतः नामुमकिन बताया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार तेल कुंए को पूरी तरह से बंद करने के उपायों पर विचार किया जा रहा है।

 


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