नई दिल्ली, 24 सितम्बर (हि.स.)। भारत में हमले करने के इरादे से नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास शिविरों में पाकिस्तानी आतंकवादियों के साथ-साथ अफगान मूल के लगभग 40 आतंकवादी घुसपैठ करने को तैयार बैठे हैं। आतंकवादियों की सीमा पार आवाजाही को लेकर खुफिया एजेंसियों ने सेनाओं और अर्धसैनिक बलों के लिए अलर्ट जारी किया है। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक भारत में आने वाले त्योहारों के समय आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश रची गई है। इन अफगानी आतंकवादियों को टिफिन बम बनाने और पुंछ नदी पार करके भारत में घुसपैठ करने का प्रशिक्षण दिया गया है।
खुफिया एजेंसियों को अफगानिस्तान में तालिबानी सत्ता आने के बाद पाकिस्तानी आतंकी संगठनों की मदद से अफगान मूल के आतंकवादियों के भारत में घुसपैठ की साजिश का इनपुट मिला है। इन्हें पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का संरक्षण मिल रहा है। एजेंसियों को यह भी इनपुट मिला है कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास पाकिस्तान के नक्याल सेक्टर के एक शिविर में लगभग 40 ऐसे आतंकवादी मौजूद हैं, जिन्हें ट्यूब और स्नॉर्कलिंग का उपयोग करके पुंछ नदी पार करके भारत में प्रवेश करने के लिए प्रशिक्षित किया गया है। खुफिया एजेंसियों को पाकिस्तानी आतंकी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा, हरकत उल-अंसार और हिजबुल मुजाहिदीन की गतिविधियों के बारे में भी इनपुट मिले हैं।
खुफिया एजेंसियों के मुताबिक भारत में अगले माह से शुरू होने वाले त्योहारों के समय आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश रची गई है। जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में पाकिस्तानी आतंकियों के साथ-साथ अफगान मूल के दहशतगर्दों की सीमा पार से आवाजाही को लेकर खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी करके सेनाओं और अर्धसैनिक बलों को सचेत किया है। खुफिया एजेंसियों ने जारी अलर्ट में साफ कहा है कि पाकिस्तान के आतंकी संगठन अफगान मूल के आतंकियों को भारतीय सीमा में घुसपैठ कराने में मदद कर रहे हैं, जिन्हें भारत में सक्रिय स्लीपर सेल के आतंकियों की ओर से हमलों को अंजाम देने के लिए कच्चा माल उपलब्ध कराया जाएगा। अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी के बाद भी खुफिया एजेंसियों ने जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियां बढ़ने के बारे में अलर्ट दिया था।