नई दिल्ली, 01 जून (हि.स.)। विदेशों से भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए भारतीय नौसेना के ऑपरेशन ‘समुद्र सेतु’ का अगला चरण सोमवार से शुरू हो गया है। आज सुबह आईएनएस जलाश्व श्रीलंका के कोलंबो पोर्ट के ईस्ट कंटेनर टर्मिनल पर पहुंच गया। वहां फंसे 700 भारतीयों को लेकर युद्धपोत आज ही वापस लौटेगा।
भारतीय नौसेना के ऑपरेशन ‘समुद्र सेतु’ के इस चरण में युद्धपोत आईएनएस जलाश्व श्रीलंका और मालदीव से 700-700 नागरिकों को वापस भारत लाएगा। जहाज के कोलंबो बंदरगाह पर पहुंचने के बाद पोर्ट गेट पर यात्रियों के स्वास्थ्य की जांच और उन्हें सेनेटाइज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई।कोविड से संबंधित सामाजिक दूरी के मानदंडों का जहाज पर पूरी तरह ध्यान रखा जाएगा और समुद्री यात्रा के दौरान भारतीयों को जहाज पर ही बुनियादी और चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
नौसेना के प्रवक्ता ने बताया कि भारतीयों को श्रीलंका से भारत वापस लाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा तैयार मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का पूरी तरह पालन किया जा रहा है। चालक दल के लिए अलगाव और संगरोध प्रोटोकॉल के साथ जहाज पर संक्रमण नियंत्रण के लिए सभी सावधानियां सुनिश्चित की गईं हैं। भारत आने वाले यात्रियों की चेक-इन और जांच-पड़ताल पूरी होने के बाद ही उन्हें जहाज पर सवार किये जाने की प्रक्रिया शुरू की गई। यात्रियों को जहाज पर सवार करने से पहले स्वास्थ्य की पहचान के लिए उनके हाथों में एक मुहर भी लगाई गई। जहाज पर चढ़ने से पहले उनका सामान अलग से लोड करने की व्यवस्था की गई।
विदेशों में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए नौसेना ने ऑपरेशन ‘समुद्र-सेतु’ लॉन्च किया है। ऑपरेशन के पहले चरण में नौसेना के दो बड़े युद्धपोत आईएनएस जलाश्व और आईएनएस मगर मालदीव की राजधानी माले पहुंचे थे। आईएनएस जलाश्व ने 10 मई को 698 भारतीय नागरिकों को माले से सुरक्षित निकालकर कोच्चि पहुंचाया था। आईएनएस मगर भी 202 नागरिकों को माले से कोच्चि वापस ला चुका है।
दूसरे चरण में 17 मई को नौसेना का युद्धपोत आईएनएस जलाश्व 588 यात्रियों के साथ कोच्चि पहुंचा। भारत पहुंचे इन 588 भारतीयों को मिलाकर भारतीय नौसेना दो चरणों में 1488 भारतीय नागरिकों को माले से निकालकर भारत वापस ला चुकी है। अब यह ऑपरेशन ‘समुद्र सेतु’ का तीसरा चरण है।आईएनएस जलाश्व वहां फंसे 700 भारतीयों को लेकर युद्धपोत आज ही वापस लौटेगा और मंगलवार को तूतीकोरिन, तमिलनाडु के बंदरगाह पर पहुंचेगा।