कौशाम्बी, 27 दिसंबर (हि.स.)। यूपी का एक जेल एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार जेल अपने आपराधिक कारनामे से सुर्खियों में नहीं बल्कि विकास की ऐसी मिशाल को लेकर चर्चा में है जिसकी सराहना देश के प्रधानमंत्री मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम में की है।
मामला दरअसल जिला जेल के कैदियों के एक अभिनव प्रयास से जुड़ा है जिसने इंसानी जिंदगी ही नहीं पशुओं की जिंदगी बदलने की कवायद की है। कैदियों ने जिला जेल प्रशासन के सहयोग से पुराने फ़टे गले कम्बलों को रिसाइकिल कर उन पर पॉलीथीन का कवर चढ़ाकर उसे पशुओं के कोट के रूप में विकसित किया है।
जिला जेल के अधीक्षक बीएस मुकुंद बताते हैं कि उन्होंने कैदियों के जीवन में बदलाव लाने की नियत से उनकी काउंसलिंग की और प्रेरणा के रूप में कैदियों ने पुराने और खराब हो चुके कम्बल से एक ऐसा कोट तैयार किया। जिसका प्रयोग गौशाला में निराश्रित पशुओं को ठण्ड से बचाने की लिए किया जा रहा है।
पहले चरण में जेल प्रशासन ने करारी की बधवा रजभर में वितरित किया है। गौशाला के आश्रय गृह में 100 पशुओं को ‘काउ कोट’ पहनाकर इसका शुभारम्भ जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह ने शनिवार को किया था।