इंडो-थाई हाइवे की सभी बाधाएं मिलकर दूर करेंगे: म्यांमार राजदूत

0

चौथे अंतरराष्ट्रीय त्रिपिटक चांटिंग समारोह का उद्घाटन किया म्यांमार राजदूत ने  1400 किलोमीटर लम्बे इंटरनेशनल हाइवे पर म्यांमार में भारत कर रहा है 69 पुलों का निर्माणदक्षिण एशियाई देश थाईलैंड म्यांमार से होकर भारत तक सड़क मार्ग से जुड़ जाएगा



कुशीनगर, 10 नवम्बर (हि.स.)। म्यांमार से होकर गुजरने वाली इंडो-थाईलैंड ट्राइलैटरल इंटरनेशनल हाइवे के निर्माण में आने वाली सभी बाधाओं को म्यांमार सरकार दूर करने के लिए कटिबद्ध है। निर्माण पूर्ण हो जाने के बाद इन तीनों देशों के मध्य पर्यटन व्यवसाय व व्यापार में काफी वृद्धि होगी।
भारत में म्यांमार के राजदूत ऊ मोचो औंग ने रविवार को कुशीनगर में चौथे अंतरराष्ट्रीय त्रिपिटक चांटिंग समारोह का बतौर मुख्य अतिथि उद्घाटन किया। इससे पहले उन्होंने पत्रकारों से कहा कि तीनों देश (थाईलैंड, म्यांमार और भारत) मिलकर 1400 किलोमीटर लंबा राजमार्ग बना रहे हैं। म्यांमार में भारत 69 पुलों का निर्माण कर रहा है। परियोजना के पूरा होने से दक्षिण एशियाई देश थाईलैंड म्यांमार से होकर भारत तक सड़क मार्ग से जुड़ जाएगा। कम्बोडिया व लाओस को भी इस सड़क मार्ग से सहूलियत मिलेगी।
राजदूत यहां उन्होंने कहा कि हाइवे पूर्ण हो जाने से तीनों देशों के कारोबार, व्यापार, स्वास्थ्य, शिक्षा और पर्यटन में बढ़ोत्तरी होगी। यह मार्ग भारत के पूर्वी क्षेत्र के मोरेह से म्यांमार के तामू शहर को जोड़ेगा।आगे थाईलैंड के मेंई सोत जनपद के ताक तक जाएगा। राजदूत ने बताया कि इस राजमार्ग को कम्बोडिया-लाओस तक बढ़ाया जा सकता है। निर्माण पूर्ण होने के बाद यह तीनों देशों के वाहनों के लिए खोल दिया जाएगा। निर्माण का लक्ष्य दिसम्बर 2019 तक था, लेकिन कुछ समय लगने की संभावना है।
उल्लेखनीय है कि सड़क निर्माण का जायजा लेने म्यांमार गए उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्य सचिव राकेश शर्मा के नेतृत्व में गए पांच सदस्यीय भारतीय दल को वहां की विद्रोही सेना अरक्कन ने बन्दी बना लिया था। हालांकि बाद में इन्हें छोड़ दिया गया। इस दौरान दिल्ली निवासी एक सदस्य वेणु गोपाल की मौत हृदयाघात से होगी। राजदूत ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं कि पर कहा कि सड़क निर्माण में आने वाली किसी भी बाधा को म्यांमार सरकार दूर करेगी।

 


प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *