नई दिल्ली, 24 नवम्बर, (हि.स.)। रोजगार के र्मोचे और आर्थिक सुस्ती से जूझ रही मोदी सरकार के लिए शहरी बेरोजगारी दर के सकारात्मक आंकड़ों से राहत की खबर है। जनवरी से मार्च के बीच शहरी बेरोजगारी दर गिरकर 9.3 फीसदी पर पहुंच गई है। सांख्यिकी तथा कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार साल 2019 के शुरुआती तीन महीनों (जनवरी से मार्च) के दौरान शहरी बेरोजगारी घटकर 9.3 फीसदी रही, जो अक्टूबर-दिसम्बर2018 तिमाही में करीब 9.9 फीसदी रही थी।
मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार शहरी बेरोजगारी दर में 0.6 फीसदी की गिरावट आई है। भारत सरकार के सांख्यिकी तथा कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय ने जनवरी-मार्च 2019 तिमाही अवधि का जो आंकड़ा जारी किया है इसमें शहरी इलाकों के श्रम बल के अनुमान को पेश किया है।
रिपोर्ट के अनुसार युवा बेरोजगारी दर में कमी आई है। देश की कुल आबादी में एक तिहाई 15-29 साल के युवा हैं, उनकी बेरोजगारी दर जनवरी-मार्च तिमाही में घटकर 22.5 फीसदी रही। वहीं, अक्टूबर-दिसंबर(2018) तिमाही में यह दर 23.7 फीसदी थी। जबकि महिलाओं के लिए बेरोजगारी दर जनवरी-मार्च 2019 में 11.6 फीसदी रही, जो अप्रैल-जून 2018 में 12.8 फीसदी रही थी।