नई दिल्ली, 13 सितंबर (हि.स.)। आम आदमी को महंगाई के र्मोचे पर राहत देने वाली खबर है। अगस्त महीने में खाद्य वस्तुओं के दाम घटने से खुदरा महंगाई दर घटकर 5.3 फीसदी रह गई है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर इससे पिछले महीने जुलाई में 5.59 फीसदी पर थी, जबकि एक साल पूर्व अगस्त, 2020 में यह 6.69 फीसदी पर थी। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने सोमवार को इससे संबंधित जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी।
जारी आंकड़ों के मुताबिक खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर अगस्त, 2021 में 3.11 फीसदी रही, जो जुलाई महीने में 3.96 फीसदी थी। आंकड़ों के मुताबिक सब्जियों के दाम में अगस्त महीने में 11.7 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। इस दौरान खाद्य तेल की बढ़ती कीमत को लेकर चिंता बनी हुई है। साल-दर-साल आधार पर खाद्य तेल की कीमतों में 33 फीसदी की तेजी आई है, जबकि ईंधन और बिजली की महंगाई दर बढ़कर 12.95 फीसदी पर पहुंच गई है। सेवा क्षेत्र की महंगाई दर भी अगस्त में 6.4 फीसदी के उच्चस्तर पर बनी रही।
उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने वित्त वर्ष 2021-22 में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर यानी मुद्रास्फीति के 5.7 फीसदी पर रहने का अनुमान लगाया है। आरबीआई का अनुमान है कि दूसरी तिमाही में यह 5.9 फीसदी, तीसरी में 5.3 फीसदी और चौथी में 5.8 फीसदी रहेगी। हालांकि, अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में खुदरा महंगाई दर के 5.1 फीसदी पर रहने का अनुमान लगाया है। रिजर्व बैंक ने अपनी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा में नीतिगत दरों को यथावत रखा था। आरबीआई अपनी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा पर निर्णय के लिए मुख्य रूप से उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर पर गौर करता है।