साल 2021 में भारतीय शेयर बाजार का फर्राटा, सेंसेक्स में 13,500 अंक की आई उछाल

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नई दिल्ली, 21 सितंबर (हि.स.)। यदा कदा लगने वाले मामूली झटकों के बावजूद भारतीय शेयर बाजार के लिए साल 2021 शानदार और जोरदार तेजी वाला साबित हो रहा है। इस साल शेयर बाजार में तेजी का यह आलम है कि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स करीब 13,500 अंक तक की छलांग लगा चुका है। जानकारों का कहना है कि अगर बाजार में ज्यादा मुनाफावसूली नहीं हुई और अर्थव्यवस्था या आर्थिक गतिविधियों से जी कोई अप्रत्याशित घटना नहीं हुई, तो जल्दी ही सेंसेक्स में इस साल के दौरान 15 हजार अंक से भी अधिक अंक की कुल बढ़ोतरी देखी जा सकती है।

शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक इस साल 29 जनवरी को सेंसेक्स 46,285.77 अंक के स्तर पर बंद हुआ था। हालांकि 29 जनवरी के 8 दिन पहले 21 जनवरी को ही सेंसेक्स ने 50 हजार अंक के चमत्कारिक स्तर तक पहुंचने में कामयाबी हासिल कर ली थी। लेकिन 21 जनवरी के बाद हुई बिकवाली ने 29 जनवरी तक सेंसेक्स को 46,285.77 अंक के स्तर तक ला दिया। 29 जनवरी के बाद से लेकर अभीतक सेंसेक्स अपने विकास क्रम में 59,737.32 अंक के सर्वोच्च स्तर तक पहुंच चुका है। पिछले सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन 17 सितंबर को सेंसेक्स ने अभीतक के इस सर्वोच्च स्तर 59,737.32 अंक तक पहुंचने में कामयाबी हासिल की थी। इस तरह इस साल 29 जनवरी के बाद से लेकर अभीतक की अवधि में सेंसेक्स में 13,451.55 अंक की उछाल आ चुकी है।

अगर सेंसेक्स के क्रमिक विकास को देखा जाए, तो 29 जनवरी के बाद सेंसेक्स ने दोबारा तेज रफ्तार पकड़ी। जिसके कारण तमाम नुकसान को पार करते हुए 5 फरवरी को इस सूचकांक में 51 हजार अंक के स्तर तक पहुंचने में सफलता हासिल की। इसके बाद 15 फरवरी को सेंसेक्स 52 हजार के स्तर पर पहुंचा। 53 हजार के स्तर तक पहुंचने में सेंसेक्स ने 4 महीने 7 दिन का समय लिया। 22 जून के कारोबारी सत्र के दौरान सेंसेक्स 53 हजार की ऊंचाई को छूने में सफल रहा।

इसके बाद अगले 1 हजार अंक का सफर पूरा करने में सेंसेक्स ने 1 महीना 12 दिन का समय लिया। 4 अगस्त को सेंसेक्स 54 हजार अंक के स्तर पर पहुंचा। अगस्त के महीने में घरेलू शेयर बाजार ने जोरदार तेजी दिखाई, जिसके कारण 13 अगस्त को सेंसेक्स 55 हजार, 18 अगस्त को 56 हजार और 31 अगस्त को 57 हजार अंक के स्तर तक पहुंचने में कामयाब रहा।

शेयर बाजार की ये तेजी सितंबर के महीने में भी जारी रही। 3 सितंबर को सेंसेक्स 58 हजार के स्तर तक पहुंचा। इसके बाद कुछ दिन तक लगातार उतार-चढ़ाव के दबाव का सामना करने के बाद 16 सितंबर को सेंसेक्स 59 हजार अंक के स्तर तक पहुंच गया। इसके अगले ही दिन सेंसेक्स 60 हजार के चमत्कारिक अंक के काफी करीब यानी 59,737.32 अंक के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया।

हालांकि मौजूदा कारोबारी सप्ताह के पहले 2 दिनों के दौरान बने बिकवाली के दबाव के कारण सेंसेक्स 60 हजार के चमत्कारिक अंक तक पहुंचने की जगह लुढ़क कर 58 हजार के दायरे में आ गया है। लेकिन बाजार के जानकारों का मानना है कि मामूली करेक्शन के बाद शेयर बाजार में एक बार फिर तेजी का दौर शुरू होगा। जिसके बल पर सेंसेक्स आसानी से 60 हजार के चमत्कारिक अंक को पार कर जाएगा।

धामी सिक्योरिटी के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत धामी के मुताबिक भारतीय शेयर बाजार को अभी कई मोर्चों पर सकारात्मक संकेतों से सपोर्ट मिल रहा है। केंद्र सरकार ने कुछ दिन पहले ही टेलीकॉम सेक्टर को एडजेस्टेड ग्रॉस रिवेन्यू (एजीआर) चुकाने के लिए 4 साल की मोहलत दी है। सरकार का ये फैसला टेलीकॉम और बैंकिंग दोनों सेक्टर को काफी राहत देने वाला है। इसके साथ ही टेलीकॉम सेक्टर में विदेशी पूंजी निवेश की सीमा को 100 फीसदी करने के फैसले से भी इस सेक्टर को बूस्ट मिला है।

इसके अलावा केंद्र सरकार ऑटो सेक्टर के लिए 25,938 करोड़ रुपये की पीएलआई स्कीम और टेक्सटाइल सेक्टर के लिए 10,683 करोड़ रुपये की स्पेशल स्कीम जारी कर चुकी है। देश की आर्थिक गतिविधियों से जुड़े 15 सेक्टर को मजबूती देने के लिए केंद्र सरकार अभी तक अलग-अलग विशेष योजनाओं और राहत पैकेज जारी कर चुकी है, जिसकी वजह से भारतीय बाजार के माहौल की सकारात्मकता पहले की तुलना में काफी बढ़ी है।

शेयर बाजार में आई तेजी के कारण बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड कंपनियों के मार्केट कैप में भी इस महीने अभीतक करीब 10 लाख करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हो चुकी है। इस महीने की शुरुआत में 1 सितंबर को इन कंपनियों का कुल मार्केट कैप लगभग 250 लाख करोड़ रुपये था, जो पिछले कारोबारी सप्ताह के आखिरी दिन 260 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो चुका था।

अगर अगस्त से लेकर अभीतक की बात की जाए, तो 1 अगस्त से लेकर अबतक बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 237 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 260 लाख करोड़ के दायरे में पहुंच चुका है। यानी अगस्त से लेकर अभीतक बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 23 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा बढ़ चुका है।

जानकारों का कहना है कि अगर आने वाले दिनों में भारत समेत दुनिया भर की अर्थव्यवस्था में अचानक कोई बड़ा उलटफेर नहीं हुआ, तो भारतीय शेयर बाजार की ये तेजी आगे भी जारी रहेगी। जिसके कारण इस साल दिसंबर तक सेंसेक्स 62,500 अंक के स्तर तक भी पहुंच सकता है।


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