नई दिल्ली, 10 अक्टूबर (हि.स.)। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) और जेएसडब्ल्यू ग्रुप मिलकर अगले साल होने वाले ओलंपिक खेलों के दौरान मेजबान जापान की राजधानी टोक्यो में भारतीय ओलंपिक हास्पीटेलिटी (आतिथ्य) हाउस की स्थापना करेंगे। इसे इंडिया हाउस नाम दिया गया है।
गुरुवार को यहां आयोजित एक कार्यक्रम में खेल मंत्री किरण रिजिजू, आईओए के अध्यक्ष डॉ. नरिंदर ध्रुव बत्रा, महासचिव राजीव मेहता, जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स के निदेशक पार्थ जिंदल और सीईओ मुस्तफा गोहाउस की मौजूदगी में आधिकारिक तौर पर इंडिया हाउस के लोगो का अनावरण किया गया।
आधिकारिक इंडिया हाउस लोगो कमल, मोर और हेरिटेज आर्क जैसे भारतीय राष्ट्रीय तत्वों से प्रेरित है। यह खेलों के दौरान भारत और उसकी विरासत को देखने के लिए दुनिया को एक खिड़की प्रदान करेगा। यह लोगो आधुनिक दृष्टिकोण के साथ भारत के ऐतिहासिक पक्ष को भी दर्शाता है।
इस अवसर पर खेल मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि 2020 ओलंपिक में इंडिया हाउस एक अद्भुत अवधारणा है। स्पोर्ट्स चैंपियन बनाने के लिए हमें एक टीम की जरूरत है। हमें ओलंपिक में अपने एथलीटों के लिए सही माहौल बनाना होगा। इंडिया हाउस टोक्यो में भारत के विचार का प्रतिनिधित्व करेगा।
वहीं, पार्थ जिंदल ने कहा कि मैंने 2016 में रियो में अपने पहले ओलंपिक में भाग लिया और महसूस किया कि ओलंपिक सिर्फ खेल नहीं, बल्कि वैश्विक सहयोग का उत्सव है। मैंने कई देशों के हॉस्पिटैलिटी हाउसेस का दौरा किया लेकिन यह महसूस किया कि भारत के लिए कोई नहीं था। मैंने महसूस किया कि भारत के पास ओलंपिक में एक इंडिया हाउस के माध्यम से अपनी संस्कृति को प्रदर्शित करने का एक शानदार अवसर है और फिर यहां से से यह यात्रा शुरू हुई है।
आईओए अध्यक्ष डॉ. नरिंदर ध्रुव बत्रा ने कहा कि इंडिया हाउस टोक्यो ओलंपिक में भारतीय एथलीटों और प्रशंसकों के लिए घर से दूर एक घर होगा। उन्होंने कहा कि इंडिया हाउस एक शानदार पहल है और हमें खुशी है कि जेएसडब्ल्यू इस हॉस्पिटैलिटी हाउस के माध्यम से ओलंपिक में हमारी संस्कृति और विरासत का प्रदर्शन करेगा। इसके माध्यम से हम आशा करते हैं कि भारतीय एथलीट और प्रशंसक टोक्यो ओलंपिक के दौरान विदेश में घर जैसा महसूस कर सकते हैं।
इंडिया हाउस टोक्यो के एरिएक क्षेत्र में खेल गांव और कई खेल स्थलों के करीब 2,200 वर्गमीटर क्षेत्र में स्थापित किया जाएगा। इस हाउस में प्रशंसकों और समर्थकों के लिए काफी कुछ होगा, जो उन्हे विदेश में भी अपने पन का अहसास दिलाएगा।