देश और आम जनजीवन के विकास में मदद कर रहा है इंडियन ऑयल : गिरिराज सिंह
बेगूसराय, 01 सितम्बर (हि.स.)। संपूर्ण ऊर्जा समाधान के साथ देश के विकास में सतत योगदान दे रहे इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने बुधवार को अपने स्थापना का 62 वर्ष पूरा कर लिया। स्थापना दिवस के अवसर पर इंडियन ऑयल को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। बेगूसराय के सांसद और केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने स्थापना दिवस की बधाई देते हुए इंडियन ऑयल को आम जनजीवन की मदद करने वाला बताया है। गिरिराज सिंह ने कहा है कि इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसीएल) ना केवल वाहनों, जहाजों और विमानों में ईंधन भर रहा है, बल्कि देश के विकास और आम जीवन में भी मदद कर रहा है। आज एक सितम्बर को इंडियन ऑयल अपना 62वां स्थापना दिवस मना रहा है, आईओसीएल टीम को बधाई। इंडियन ऑयल के बरौनी रिफाइनरी ने 62वें इंडियन ऑयल दिवस की शुभकामना देते हुए कहा है कि इंडियन ऑयल देश के विश्वास से प्रेरित, देश की सेवा में समर्पित है।
उल्लेखनीय है कि देश के गौरवशाली यात्रा में इंडियन ऑयल विगत 62 वर्षों से पूरी लगन और समर्पण के साथ देश की सेवा में अग्रसर है। एक ओर रिफाइनरियों की स्थापना से रोजगार सृजन हुआ, जिसके कारण देश और समाज की आर्थिक उन्नति हुई। विभिन्न लाभकारी योजनाओं से समाज के अंतिम व्यक्ति को मुख्यधारा से जोड़ने में सक्षम प्रयास किया गया। विकासशील और तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था वाले राष्ट्र भारत के सतत विकास में इंडियन ऑयल केवल इंधन ही नहीं, संपूर्ण ऊर्जा समाधान के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। लगातार वैकल्पिक उर्जा समाधान के माध्यम से सतत विकास के लिए अपनी सीमाओं का विस्तार कर रहा है। जिसमें सीएनजी, सीबीजी, इथेनॉल ब्लेंडड पेट्रोल, बायोडीजल, ऑटो गैस तथा हाइड्रोजन एनर्जी शामिल हैं। बिहार के आर्थिक एवं सामाजिक विकास में भी इंडियन ऑयल पूरी तरह से समर्पित है। एक एमएमटीपीए की रिफाइनरी क्षमता के साथ असम के कच्चे तेल को संशोधित करने के लिए बनाई गई बरौनी रिफाइनरी आज छह एमएमटीपीए क्षमता के साथ देश ही नहीं, पड़ोसी देश नेपाल की भी इंधन जरूरतों को पूरा कर रही है। आने वाले कुछ दिनों में इंडियन ऑयल की बरौनी रिफाइनरी नौ एमएमटीपीए की क्षमता के साथ पॉलिप्रोपिलीन का उत्पादन करेगी। इससे व्यापार के अवसर मिलेंगे तथा बिहार में पेट्रोकेमिकल युग की शुरुआत होगी। इस साल के अंतिम तक बरौनी रिफाइनरी में हवाई जहाज के ईंधन का भी उत्पादन शुरू हो जाएगा।