नई दिल्ली, 29 अगस्त (हि.स.)। भारतीय नौसेना ने मॉरीशस के दक्षिण-पूर्व में स्थित ब्लू बे मरीन पार्क में जापानी थोक-मालवाहक जहाज से तेल रिसाव होने पर सहायता के लिए अपना एक जहाज आईएनएस निरीक्षक भेजा है। लगातार रिसाव होने की वजह से हिन्द महासागर में 1000 टन से अधिक तेल फैल गया है। भारतीय नौसैनिक मॉरीशस पहुंचकर तेल का रिसाव रोकने के अभियान में मदद कर रहे हैं।
मॉरीशस के दक्षिण-पूर्व में स्थित ब्लू बे मरीन पार्क के पास जापानी थोक मालवाहक जहाज एमवी वाकाशियो दो भागों में विभक्त हो गया। ईंधन तेल ले जा रहे इस जहाज में पहले ही तेल रिसाव हो रहा था, जिसके कारण हिन्द महासागर में 1000 टन से अधिक तेल फैल गया। मित्र देश मॉरीशस के सहायता मांगने पर भारतीय नौसेना का पोत आईएनएस निरीक्षक 24 अगस्त को पोर्ट लुई पहुंचा था। इस जहाज में जापानी जहाज वाकाशियो के मलबे के पास से अस्थायी जलमग्न पतवार और तेल को हटाने के साथ ही तेल का फैलाव रोकने की क्षमता है। भारतीय नौसेना का यह जहाज घटना स्थल से सीवर्ड सिक्योरिटी और मेडिकल कवर भी प्रदान कर सकता है। भारत ने जहाज के साथ एक तकनीकी रिस्पांस टीम की तैनाती भी है और लगभग 30 टन विशेष प्रदूषण-रोधी उपकरण भी भेजें हैं। भारतीय नौसेना के पोत पर तैनात किये गए गोताखोर किसी भी समुद्री खोज और बचाव सहायता के लिए उपलब्ध होंगे।
पोर्ट लुइस में भारतीय उच्चायोग की ओर से ट्वीट कर कहा गया है कि भारतीय नौसेना इंवायरमेंट इंपैक्ट एसेसमेंट में मॉरिशस की मदद कर रहा है। इससे पहले 24 अगस्त को भारतीय उच्चायोग की ओर से ट्वीट कर कहा गया था कि भारतीय नौसेना का जहाज आईएनएस निरीक्षक पोर्ट लुइस आया है।