नौसेना और तटरक्षक बल में शामिल हुए 2142 प्रशिक्षु

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स्नातक करने वाले प्रशिक्षुओं का आईएनएस चिल्का पर हुआ पासिंग आउट परेड समारोह

 शिवाजी डिवीजन को ओवरऑल चैंपियनशिप और एकलव्य डिवीजन को रनर अप ट्रॉफी मिली



नई दिल्ली, 10 जुलाई (हि.स.)। आईएनएस चिल्का से स्नातक करने वाले कुल 2142 प्रशिक्षु औपचारिक पासिंग आउट परेड के बाद भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल में नौसैनिक के रूप में शामिल हो गए। परेड की समीक्षा भारतीय नौसेना अकादमी के कमांडेंट वाइस एडमिरल एमए हम्पीहोली ने की। पासिंग आउट परेड ने नौसैनिकों के 21 सप्ताह के बुनियादी प्रशिक्षण के सफल समापन को चिह्नित किया।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने मेधावी प्रशिक्षुओं को मेडल और ट्राफी भी प्रदान की। अपने संबोधन के दौरान मुख्य अतिथि ने उत्तीर्ण प्रशिक्षुओं से अपने कौशल को और बेहतर बनाने एवं ज्ञान की एक मजबूत नींव विकसित करने, सीखने की इच्छा और अपने संबंधित करियर में उत्कृष्टता प्राप्त करने की प्रतिबद्धता विकसित करने का आग्रह किया। उन्होंने उनसे नौसेना के मूल मूल्यों ‘कर्तव्य, सम्मान और साहस’ को बनाए रखने का भी आग्रह किया।

इस मौके पर सीनियर सेकेंडरी रिक्रूट (एसएसआर) से आशीष छेत्री को, भारतीय नौसेना से मैट्रिक भर्ती (एमआर) गुलशन कुमार और गायकवाड़ अजीत सुरेश को, तटरक्षक बल के नविक (सामान्य ड्यूटी) और नविक (घरेलू शाखा) राथुर निखिल विनोद को उनकी संबंधित श्रेणियों में सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षु घोषित किया गया। इससे पहले समापन समारोह में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम रखा गया जिसमें प्रशिक्षुओं की प्रतिभा का प्रदर्शन किया गया।

कमांडेंट हम्पीहोली ने इस अवसर पर शिवाजी डिवीजन को ओवरऑल चैंपियनशिप ट्रॉफी और एकलव्य डिवीजन को रनर अप ट्रॉफी दी। समारोह के दौरान आईएनएस चिल्का की द्विभाषी प्रशिक्षु पत्रिका अंकुर के ग्रीष्मकालीन संस्करण का विमोचन भारतीय नौसेना अकादमी के कमांडेंट हम्पीहोली ने कमोडोर एनपी प्रदीप की उपस्थिति में किया।


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