उन्नीस पाक विस्थापितों का सपना हुआ पूरा, मिली भारत की नागरिकता

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कलेक्ट्रेट कांफ्रेस हाल में जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार शर्मा ने पाक विस्थापितों को भारतीय नागरिकता प्रमाण पत्र प्रदान करने के साथ हार्दिक शुभकामनाएं दीं। इस दौरान जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने उनसे मतदाता सूची में नाम जुड़वाने का भी अनुरोध किया।



बाड़मेर,19 जून (हि.स.) बाड़मेर जिले में पिछले एक दशक से अधिक समय से निवासरत 19 पाकिस्तानी विस्थापितों को राज्य सरकार ने भारतीय नागरिकता प्रदान की है। इन पाकिस्तानी विस्थापितों को जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार शर्मा ने बुधवार को कलेक्ट्रेट कांफ्रेस हाल में भारतीय नागरिकता के प्रमाण पत्र प्रदान किए। इस दौरान पाक विस्थापितों ने खुशी का इजहार करते हुए बताया कि भारतीय नागरिकता मिलने से उनका कई वर्षाें पुराना सपना साकार हो गया।
कलेक्ट्रेट कांफ्रेस हाल में जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार शर्मा ने पाक विस्थापितों को भारतीय नागरिकता प्रमाण पत्र प्रदान करने के साथ हार्दिक शुभकामनाएं दीं। इस दौरान जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने उनसे मतदाता सूची में नाम जुड़वाने का भी अनुरोध किया। नागरिकता मिलने के बाद पाक विस्थापितों ने अपने अनुभव साझा करने के साथ मिठाई बांटकर खुशी का इजहार किया। इस मौके पर गृह विभाग के प्रतिनिधि के रूप में कनिष्ठ सहायक दयाराम गुर्जर उपस्थित रहे।
इनको मिली भारतीय नागरिकताः 
राज्य सरकार ने बाड़मेर जिले में निवासरत पाक विस्थापित समंद कंवर पुत्री नरसिंह, रेहमतसिंह पुत्र करणसिंह, धर्मेन्द्र पुत्र पीरदान, देवीदान पुत्र आईदान, सुजानसिंह पुत्र सरूपसिंह, लालजी पुत्र आमजी, ढेल कंवर पुत्री सरूपसिंह, एवन बाई पुत्री पीरदानसिंह, रेखा पुत्री कालूसिंह, मनवरसिंह पुत्र कुशलसिंह, वसंद कंवर पुत्री नरसिंह, फूल कुमारी पुत्री जसवंतसिंह, ननद कंवर पुत्री नरबतसिंह, हड़मतसिंह पुत्र लाल जी, तारूबाई पुत्री गेमरसिंह, किरण बाई पुत्री लालजी, बबलू कंवर पुत्री मेहताबसिंह, धीनाबाई पुत्री बिहारीलाल, पिन्टूबाई पुत्र कुशलसिंह को भारतीय नागरिकता जारी की।
एक ही परिवार के चार सदस्यो को मिली नागरिकताः 
भारतीय नागरिकता प्राप्त करने वालो में एक ही परिवार के चार सदस्य शामिल है। इनमें लालजी, उनकी पत्नी रेखाकंवर, पुत्र हड़मतसिंह एवं पुत्री किरण बाई शामिल है। भारतीय नागरिकता प्रमाण पत्र लेने के लिए ताराचंद सोनी अपनी पत्नी घीना बाई एवं छोटे बेटे के साथ पहुंचे। भारतीय नागरिकता प्रमाण पत्र लेने के लिए पाक विस्थापितों में खासा उत्साह देखा गया।

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