नई दिल्ली, 02 अप्रैल (हि.स.)। आजादी के शानदार 50 वर्ष पूरे होने और बांग्लादेश में वहां के ‘राष्ट्रपिता’ बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान की जन्म शताब्दी पर बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास ’शांतिर ओग्रोशेना-2021’ (शांति का फ्रंट रनर) आयोजित किया जाएगा। 4 अप्रैल से 12 अप्रैल, 2021 तक होने वाले इस सैन्य अभ्यास में भारतीय सेना की डोगरा रेजिमेंट भी हिस्सा लेगी। इसमें बांग्लादेश सेना के साथ-साथ रॉयल भूटान आर्मी और श्रीलंकाई सेना भी भाग लेगी। पूरे अभ्यास के दौरान अमेरिका, ब्रिटेन, तुर्की, सऊदी अरब, कुवैत और सिंगापुर के सैन्य पर्यवेक्षक भी उपस्थित रहेंगे।
रक्षा मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि भारतीय सेना की डोगरा रेजिमेंट के अधिकारी, जेसीओ और जवानों सहित 30 सैन्य कर्मी इस अभ्यास में भाग लेने बांग्लादेश जाएंगे। भारतीय सेना की टुकड़ी के अलावा सैन्य अभ्यास में रॉयल भूटान आर्मी, श्रीलंकाई सेना और बांग्लादेश आर्मी की टीमें भी इस अभ्यास ‘रोबस्ट पीस कीपिंग ऑपरेशंस’ में शामिल होंगे। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन, तुर्की, सऊदी अरब, कुवैत और सिंगापुर के सैन्य पर्यवेक्षक पूरे अभ्यास में शामिल होंगे।
भारत की ओर से अभ्यास में भाग लेने वाली डोगरा रेजिमेंट भारतीय सेना का एक सैन्य-दल है जिसका मुख्यालय फैजाबाद उत्तर प्रदेश में है। इस रेजिमेंट की स्थापना अंग्रेजों ने सन् 1877 में की थी। इस रेजिमेंट ने पाकिस्तान के एक बार नहीं, बार-बार दांत खट्टे किए हैं। भारतीय सेना की सबसे प्रतिष्ठित इस रेजिमेंट का नाम देश के सबसे खतरनाक सैन्य दल के रूप में लिया जाता है।