नई दिल्ली, 01 अप्रैल (हि.स.)। भारतीय वायु सेना ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए किये जा रहे प्रयासों में अपना पूर्ण सहयोग करना जारी रखा है। वायुसेना ने पिछले तीन दिनों में देश के आधा दर्जन राज्यों में 25 टन आवश्यक चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति की है। आज भी अरुणाचल प्रदेश के डिब्रूगढ़ में वायु सेना का कार्गो विमान उतरा और पूर्वोत्तर क्षेत्रों में वितरित की जाने वाली दवाओं को उतारा। इसके अलावा लद्दाख से दिल्ली तक कोरोना वायरस परीक्षण के नमूनों को नियमित रूप से एयरलिफ्ट किया जा रहा है।
वायुसेना ने पिछले तीन दिनों में दिल्ली, सूरत, चंडीगढ़ से लेकर मणिपुर, नागालैंड, जम्मू और कश्मीर और लद्दाख में लगभग 25 टन आवश्यक चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति की है। चिकित्सा उपकरणों में व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण, हैंड सेनिटाइज़र, सर्जिकल दस्ताने, थर्मल स्कैनर शामिल हैं। चिकित्सा कर्मियों को भी आवश्यकता अनुसार एयरलिफ्ट किया जा रहा है। लद्दाख से दिल्ली तक कोरोना वायरस परीक्षण के नमूनों को नियमित रूप से एयरलिफ्ट किया जा रहा है। इसके लिए वायुसेना सी-17, सी-130, एन-32, एवरो और डोर्नियर विमानों की सेवायें ले रही है।इसके अलावा देश भर के विभिन्न वायुसेना ठिकानों पर क्वारेंटाइन सुविधाओं को तैयार रखा गया है। ईरान और मलेशिया से आये भारतीय नागरिकों को क्रमशः हिंडन और तांबरम के एयरबेस पर क्वारेंटाइन सुविधाएं उपलब्ध कराई गयी हैं। कमांड हॉस्पिटल एयर फोर्स, बेंगलुरु में कोरोना वायरस परीक्षण प्रयोगशाला भी स्थापित की गई है।
इस बीच, भारतीय वायुसेना के सभी ठिकानों पर वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए व्यापक उपाय किए गए हैं। भारत सरकार की ओर से निर्धारित किये गए दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जा रहा है, ताकि भारतीय वायुसेना कोरोना महामारी से लड़ने के लिए किये जा रहे राष्ट्रीय प्रयासों में सहयोग दे सके। कई वायुसेना स्टेशनों से ज़रूरतमंद लोगों को भोजन और हर प्रकार की सहायता मुहैया कराई जा रही है।