नई दिल्ली, 04 मार्च (हि.स.)। तुर्कमेनिस्तान के विशेष बल की टीम इन दिनों युद्ध का प्रशिक्षण लेने के लिए आई है। भारतीय सेना नेतुर्कमेनिस्तान के विशेष बलों को गुरुवार से युद्ध क्षमता बढ़ाने में मदद करने के लिए प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया है। भारतीय सेना ने पहले दिन तुर्कमेनिस्तान की स्पेशल फोर्सेस को 30 हजार फीट की ऊंचाई से स्काई डाइविंग करने का प्रशिक्षण दिया। हिमाचल प्रदेश के नाहन मेंभारतीय सेना के स्पेशल फोर्सेस ट्रेनिंग स्कूल में तुर्कमेनिस्तान के जवानों‘कॉम्बैट फ्री फॉल’ की भी ट्रेनिंग दी गई।
भारतीय सेना के स्पेशल फोर्स ट्रेनिंग स्कूल ने अनुकूलित पाठ्यक्रमों की एक श्रृंखला के रूप में तुर्कमेनिस्तान के विशेष बलों को कॉम्बैट फ्री फॉल का प्रशिक्षण देने की शुरुआत की है ताकि उन्हें अपनी लड़ाकू क्षमताओं का निर्माण करने में मदद मिल सके। भारतीय सेना ने ट्विटर पर प्रशिक्षण का विवरण साझा करते हुए कहा कि इससे तुर्कमेनिस्तानी बलों के साथ दोस्ती का बंधन और मजबूत होगा।यह प्रशिक्षण हिमाचल प्रदेश के नाहन में स्थित सेना के विशेष बल प्रशिक्षण स्कूल द्वारा दिया जा रहा है। इससे पहले फरवरी में भारत और तुर्कमेनिस्तान के 16 विशेष बलों के कर्मियों के एक समूह ने एसएफटीएस में स्काई डाइविंग के पहले चरण के लिए प्रशिक्षण किया था।
प्रवक्ता का कहना है कि भारतीय विशेष बलों (एसएफ) ने अपनी व्यावसायिकता, परिचालन विशेषज्ञता और बलिदान के कारण दुनिया में सबसे बेहतरीन विशेष बलों में से एक होने की प्रतिष्ठा अर्जित की है। इसलिए संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, मध्य एशियाई क्षेत्र और मध्य पूर्व के मित्र देशों के विशेष बलों ने युद्ध में कठोर भारतीय एसएफ सैनिकों के साथ प्रशिक्षित होने की अपनी इच्छा जताई है। इसी के मद्देनजर भारतीय सेना के विशेष बलों ने मित्र देशों से अपनी दोस्ती बढ़ा दी है।
तुर्कमेनिस्तान के विशेष बलों ने भारतीय सेना के विशेष बलों को प्रशिक्षण प्रदान करने वाले संस्थान से प्रशिक्षण लेने का अनुरोध किया था। इस पर भारतीय सेना के विशेष बल प्रशिक्षण स्कूल (एसएफटीएस) ने तुर्कमेनिस्तान के विशेष बलों के पैराट्रूपर्स को प्रशिक्षण देने की शुरुआत की है। अन्य अनुकूलित व्यावसायिक पाठ्यक्रम तुर्कमेनिस्तान के विशेष बलों की क्षमता वृद्धि में सहायता करेंगे। तुर्कमेनिस्तान 27 सितम्बर को 30वां स्वतंत्रता दिवस मनाएगा जिसमें भाग लेने के लिए भारतीय सेना के विशेष बलों की एक टीम अगस्त में अश्गाबात का दौरा करेगी।