नई दिल्ली, 04 मार्च (हि.स.)। श्रीलंकाई वायुसेना के 70वें स्थापना दिवस समारोह में हिस्सा लेने दो दिवसीय कोलंबो यात्रा पर गए वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने गुरुवार को आखिरी दिन आईपीबीएफ मेमोरियल, बट्टारामुल्ला में बहादुरों को श्रद्धांजलि दी। वायुसेना प्रमुख ने श्रीलंकाई सेना के सीडीएस जनरल सिल्वा शैवेंद्र और श्रीलंका नेवी के कमांडर वाइस एडमिरल डीएनएस उलुगेटेन से उनके मुख्यालयों में मुलाकात करके आपसी रक्षा सहयोग के मामलों पर चर्चा की और द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की।
एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने श्रीलंकाई वायुसेना के 70वें स्थापना दिवस के पहले दिन भव्य समारोह के साथ शुरू हुए एयर शो में हिस्सा लिया। एयर शो में भारतीय वायुसेना की एरोबैटिक टीम `सूर्यकिरण’ और रोटरी-विंग ‘सारंग’ के आसमानी करतबों को देखा।एलसीए तेजस ने भी कोलंबो में ऊंची उड़ान भरकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। एयर शो के बाद उन्होंने श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे से मुलाकात की। वायुसेना प्रमुख ने दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक बंधनों के आधार पर श्रीलंकाई वायुसेना के साथ स्थायी संबंधों के लिए भारतीय वायुसेना की ओर से प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने रक्षा मंत्रालय में रक्षा सचिव जनरल (सेवानिवृत्त) कमल गुणरत्ने से भी मुलाक़ात की।
श्रीलंकाई वायुसेना के एयर मार्शल सुदर्शन पथिराना से मुलाकात के दौरान दोनों प्रमुखों ने बहु-विषयक व्यावसायिक प्रगति का उल्लेख किया और भारतीय वायुसेना-श्रीलंकाई वायुसेना के संबंधों का विस्तार करने के लिए मार्ग तलाशने पर सहमति व्यक्त की। एयर चीफ मार्शल भदौरिया को गेल फेस में एयर शो देखने आये राष्ट्रपति गोतबया राजपक्षे के साथ भी बातचीत करने का अवसर मिला। उन्होंने एयर शो देखने आये श्रीलंका के कई वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों और विदेशी मेहमानों से भी मुलाकात की। भारतीय वायुसेना और श्रीलंका एयरफ़ोर्स ने पिछले वर्षों में लगातार एक-दूसरे को सहयोग देकर सुझाव भी आदान-प्रदान किए हैं। हाल के वर्षों में दोनों वायु सेनाओं ने यात्राओं के माध्यम से एक-दूसरे के प्रति सहयोग और भागीदारी बढ़ाई है।
वायुसेना प्रमुख ने दौरे के आखिरी दिन आज श्रीलंकाई सेना के सीडीएस जनरल सिल्वा शैवेंद्र और श्रीलंका नेवी के कमांडर वाइस एडमिरल डीएनएस उलुगेटेन से उनके मुख्यालयों में मुलाकात करके आपसी रक्षा सहयोग के मामलों पर चर्चा की और द्विपक्षीय आदान-प्रदान बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की। इसके अलावा नियमित रूप से जमीन और उड़ान प्रशिक्षण, पेशेवर सैन्य शिक्षा, राहत एवं बचाव कार्य और परिचालन के क्षेत्र में मूल्यवान अनुभव साझा करने के लिए बातचीत की। उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना की सूर्यकिरण एरोबेटिक टीम ने इससे पहले श्रीलंका एयरफोर्स की 50वीं वर्षगांठ के समारोह में हिस्सा लेने के लिए 2001 में श्रीलंका का दौरा किया था। अब श्रीलंकाई वायुसेना के 70वें स्थापना दिवस समारोह में शामिल होने से भारतीय वायुसेना की दो दशक पुरानी यादें ताजा हो गईं हैं।