श्रीलंका में संयुक्त युद्धाभ्यास ‘मित्र शक्ति’ के लिए भारतीय सैन्य दल रवाना

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भारत और श्रीलंका की सेनाओं के बीच सकारात्मक संबंध बनाना है युद्धाभ्यास का मकसद

 शहरी और ग्रामीण परिवेश में उग्रवाद एवं आतंकवाद रोधी अभियानों पर ध्यान केंद्रित होगा



नई दिल्ली, 02 अक्टूबर (हि.स.)। भारत-श्रीलंका द्विपक्षीय संयुक्त युद्धाभ्यास मित्र शक्ति का 8वां संस्करण 4 से 15 अक्टूबर तक श्रीलंका के कॉम्बैट ट्रेनिंग स्कूल, अम्पारा में आयोजित किया जाएगा। भारतीय सेना के 120 जवानों का सैन्य दल श्रीलंकाई सेना के साथ युद्धाभ्यास के लिए शनिवार को रवाना हो गया है। इस अभ्यास का उद्देश्य शहरी और ग्रामीण परिवेश में उग्रवाद एवं आतंकवाद रोधी अभियानों पर ध्यान केंद्रित कर भारत और श्रीलंका की सेनाओं के बीच सकारात्मक संबंध बनाना और उनको बढ़ावा देना है।

सैन्य प्रवक्ता के अनुसार इस युद्धाभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों की सेनाओं के बीच घनिष्ठ संबंधों को प्रोत्साहित करना और अंतर-संचालन में बढ़ोतरी करने के साथ-साथ उग्रवाद एवं आतंकवाद विरोधी संचालनों में सर्वोत्तम प्रक्रियाओं को साझा करना है। इस युद्धाभ्यास में अंतरराष्ट्रीय उग्रवाद और आतंकवाद विरोधी माहौल में उप-इकाई स्तर पर सामरिक स्तर के संचालन शामिल होंगे। यह अभ्यास दोनों दक्षिण एशियाई देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए एक लंबा रास्ता तय करेगा। इस अभ्यास का उद्देश्य शहरी और ग्रामीण परिवेश में उग्रवाद रोधी एवं आतंकवाद रोधी अभियानों पर ध्यान केंद्रित कर दोनों सेनाओं के बीच सकारात्मक संबंध बनाना और उनको बढ़ावा देना है।

यह संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास सैन्य सहयोग और आपसी मेलमिलाप के क्षेत्र में भारत-श्रीलंका संबंधों की ताकत को भी दर्शाता है, जो अंतर सक्रियता और परिचालन तैयारियों को निखारने के लिए महत्वपूर्ण है। इस संयुक्त अभ्यास को संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन की वर्तमान गतिशीलता को व्यावहारिक एवं व्यापक चर्चा और सामरिक अभ्यास के माध्यम से संचालित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास का प्राथमिक फोकस फील्ड क्राफ्ट, बैटल ड्रिल्स और प्रक्रियाओं के साथ ही निर्बाध अंतर सक्रियता के साथ संयुक्त रूप से काम करने की क्षमता पर भी रहेगा।

संयुक्त राष्ट्र का सदस्य देश होने के नाते इसमें हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों को संयुक्त अभियान, संयुक्त सैन्य एवं राजनयिक जुड़ाव के माध्यम से अत्यधिक लाभ होगा। यह युद्धाभ्यास दोनों सेनाओं के बीच जमीनी स्तर पर समन्वय और सहयोग लाने के लिए उत्प्रेरक के रूप में भी कार्य करेगा। युद्धाभ्यास मित्र शक्ति का 7वां संस्करण दिसम्बर, 2019 में विदेशी प्रशिक्षण नोड (एफटीएन), पुणे, महाराष्ट्र (भारत) में आयोजित किया गया था।


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